अयोध्या: यूपी के अयोध्या में 16 जनवरी से शुरू हुए प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान का आज (20 जनवरी) पांचवां दिन है. इस बीच रात में 8 बजे अयोध्या की सीमाओं को सील कर दिया गया. अब 23 जनवरी तक सिर्फ प्राण प्रतिष्ठा में बुलाए गए मेहमानों को ही पास दिखाने के बाद एंट्री मिलेगी. बता दें […]
अयोध्या: यूपी के अयोध्या में 16 जनवरी से शुरू हुए प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान का आज (20 जनवरी) पांचवां दिन है. इस बीच रात में 8 बजे अयोध्या की सीमाओं को सील कर दिया गया. अब 23 जनवरी तक सिर्फ प्राण प्रतिष्ठा में बुलाए गए मेहमानों को ही पास दिखाने के बाद एंट्री मिलेगी. बता दें कि कल यानी 21 जनवरी से ही वीवीआईपी मेहमानों का अयोध्या पहुंचना शुरू हो जाएगा. प्राण प्रतिष्ठा के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 22 जनवरी को अयोध्या आएंगे. पहले उनके 21 जनवरी को आने की चर्चा थी. पीएम प्राण प्रतिष्ठा वाले दिन अयोध्या में चार घंटे रुकेंगे.
बता दें कि रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम दोपहर 12.20 से 1 बजे तक होगा. इस दौरान पीएम मोदी के सामने रामलला की आंखों से पट्टी खोली जाएगी. फिर प्रधानमंत्री रामलला को सोने की सलाई से काजल लगाएंगे और उनको शीशा दिखाएंगे. इसके बाद पीएम मोदी, आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत और राम जन्मभूमि ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्यगोपाल दास का संबोधन होगा. इसके बाद दोपहर 3.30 बजे पीएम दिल्ली के लिए रवाना हो जाएंगे. मालूम हो कि प्रशासनिक सूत्रों ने पीएम के इस कार्यक्रम की पुष्टि की. हालांकि, अभी तक आधिकारिक तौर पर पीएम मोदी के कार्यक्रम की जानकारी नहीं सामने आई है.
इससे पहले पीएम मोदी का प्राण प्रतिष्ठा से एक दिन पहले यानी 21 जनवरी को ही अयोध्या पहुंचने का कार्यक्रम बन रहा था. बताया जा रहा था कि मुहूर्त और मौसम को की वजह से प्रधानमंत्री मोदी कार्यक्रम से एक दिन पहले ही अयोध्या आ सकते हैं. यही नहीं, पीएम मोदी के सरयू स्नान, नागेश्वरनाथ महादेव मंदिर में जलाभिषेक करने की बात सामने आई थी. हालांकि मंदिर ट्रस्ट के लोगों द्वारा मिली जानकारी के मुताबिक अभी तक यह कार्यक्रम फाइनल नहीं हुआ है.
बता दें कि 22 जनवरी को अयोध्या में निर्माणधीन मंदिर में राम लला की प्राण प्रतिष्ठा होने वाली है. जिसे लेकर राम नगरी में तैयारियां जोरो पर हैं. इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ और आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत समेत कई राजनेता और गणमान्य लोग शामिल होंगे. इसके साथ ही देशभर से 4000 साधु-संत भी इसमें हिस्सा लेंगे.
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