नई दिल्लीः 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव में आ रहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राम मंदिर निर्माण में लगे शिल्पकारों से भी वार्ता करेंगे। प्राण प्रतिष्ठा के मौके पर वीवीआईपी और अन्य अतिथियों के साथ कार्यदायी संस्था एल एंड टी के कर्मचारी के लिए भी दीर्घा बनाई जाएगी। इस दीर्घा में इंजीनियरों के साथ श्रमिक […]
नई दिल्लीः 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव में आ रहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राम मंदिर निर्माण में लगे शिल्पकारों से भी वार्ता करेंगे। प्राण प्रतिष्ठा के मौके पर वीवीआईपी और अन्य अतिथियों के साथ कार्यदायी संस्था एल एंड टी के कर्मचारी के लिए भी दीर्घा बनाई जाएगी। इस दीर्घा में इंजीनियरों के साथ श्रमिक भी होंगे, जिनसे पीएम बातचीत करेंगे। इस दीर्घा में ऐसे श्रमिकों को मौका मिल सकता है, जो मंदिर निर्माण की इस पूरी यात्रा में अभी तक सहभागी रहे हैं।
प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव में मजदूरों को आमंत्रित करने पर ट्रस्ट पहले से ही विचार कर रहा है, ऐसे में अब उनके लिए दीर्घा की व्यवस्था पर विमर्श होना ट्रस्ट के विचार को सच करने वाला है। इनकी संख्या को लेकर भी कुछ जानकारियां सामने नहीं आई हैं। कुल संख्या के 10 से 20 प्रतिशित कर्मयोगियों को न्योता दिया जाएगा। बता दें कि वर्तमान में तीन से साढ़े तीन हजार श्रमिक राममंदिर को आकार दे रहे हैं। ऐसे में प्राण प्रतिष्ठा होने वाले श्रमिकों की संख्या 300 से 500 के बीच हो सकती है।
ट्रस्ट के अंतिम फैसले के अनुसार इनकी संख्या बढ़ भी सकती है। श्रीरामजन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट के इस सराहनीय कदम से मंदिर निर्माण के सपने को साकार कर रहे मजदूरों को पीएम से मिलने का मौका मिलेगा। प्रधानमंत्री का यह स्वभाव भी रहा है कि किसी भी ऐतिहासिक कार्य को साकार करने वाले वाले निचले पायदान के लोगों से भी वार्ता करते हैं।
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