नई दिल्लीः अयोध्या में 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की तारीख तय कर दी गई है। जिसके लिए भव्य तैयारी की जा रही है। 22 जनवरी का दिन अयोध्या के लिए ऐतिहासिक पल होगा क्योंकि इसी दिन रामलाल विराजेंगे। बता दें कि एक लंबी लड़ाई के बाद अयोध्या राम मंदिर का फैसला उच्चतम […]
नई दिल्लीः अयोध्या में 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की तारीख तय कर दी गई है। जिसके लिए भव्य तैयारी की जा रही है। 22 जनवरी का दिन अयोध्या के लिए ऐतिहासिक पल होगा क्योंकि इसी दिन रामलाल विराजेंगे। बता दें कि एक लंबी लड़ाई के बाद अयोध्या राम मंदिर का फैसला उच्चतम न्यायालय ने नवंबर 2019 को सुनाया था। जिसके बाद राम मंदिर बनने का रास्ता साफ हो गया था। वहीं 22 जनवरी के कार्यक्रम में पीएम मोदी समेत 7000 मेहमानों के शामिल होने की उम्मीद है। इस कार्यक्रम के लिए मुस्लिम पक्षकार इकबाल अंसारी को भी न्योता दिया गया है।
22 जनवरी के कार्यक्रम में राम मंदिर विवाद में मुस्लिम पक्षकार रहे इकबाल अंसारी को भी न्योता दिया गया है। बता दें कि इकबाल अंसारी मस्जिद की तरफ से मुख्य पक्षकारों में से एक थे। उनको विश्व हिन्दू परिषद के नेताओं ने घर जाकर आमत्रंण दिया। बता दें कि राम मंदिर पर फैसला आने के बाद इकबाल अंसारी ने कहा था कि कोर्ट का निर्णय मंजूर है। हम कोर्ट के फैसले का सम्मान करते हैं। इसके साथ ही उन्होंने फैसले के विरुद्ध याचिका दाखिल करने से मना कर दिया था।
विश्व हिन्दू परिषद के नेताओं द्वारा न्योता दिए जाने के बाद इकबाल अंसारी ने कहा कि हम प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में जरुर जाएंगे। बता दें कि भूमि पूजन कार्यक्रम में भी उन्हें आमंत्रित किया गया था और वह शामिल हुए थे। न्योता मिलने के बाद उन्होंने कहा कि अयोध्या में लोग देश-विदेश से आ रहे हैं। अयोध्या विवादों को पीछे छोड़ चुकी है और अब नगर को विकास हो रहा है। साथ ही उन्होंने कहा कि जो अच्छा काम करेगा वहीं केंद्र में 2024 में सरकार बनाएगा।
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