नई दिल्लीः भगवान रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का बयान आया है। प्राण प्रतिष्ठा पर प्रतिक्रिया देते हुए ममता बनर्जी ने कहा कि वह चुनाव से पहले राजनीतिकरण करने में विश्वास नहीं करती हैं। बता दें कि ममता बनर्जी ने सोमवार यानी 22 जनवरी को कोलकाता में सद्भाव रैली निकाली थी। सीएम ममता बनर्जी सभी धर्मों से उनकी रैली में आने का आग्रह किया था।
एक न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक ममता बनर्जी ने कहा कि मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता कि कौन किसकी पूजा करता है। मुझे देश में बेरोजगारी से दिक्कत है, देश का पैसा कहां गया ? मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि आप लोग कभी सीता की बात नहीं करते। सीता के बगैर राम अधूरे है। आप केवल भगवान राम की बात करते है, सीता की नहीं। क्या आप महिला विरोधी है।
500 वर्षों के इंतजार के बाद सोमवार यानी 22 जनवरी को रामलला का प्रतिष्ठा संपन्न हुआ। बता दें कि अदालत में लंबी लड़ाई के बाद सुप्रीम कोर्ट ने नवंबर 2019 मे मंदिर के पक्ष में फैसला सुनाया था। जिसके बाद राम मंदिर बनने का रास्ता साफ हो गया था। इस से पहले भगवान राम टेंट में विराजमान थे। वहीं रामलला के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास उस वक्त भी रामलला की पूजा अर्चना करते थे।
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