अयोध्या/लखनऊ: अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर आज से विधवत पूजा अनुष्ठान शुरू होने वाला है. प्रायश्चित पूजा से प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम की शुरुआत होगी. आपको बता दें कि सुबह 9 बजकर 30 मिनट पर पूजन पद्धति शुरू होगी जो लगभग अगले पांच घंटे तक चलेगी. इसमें यजमान प्रायश्चित पूजन से पूजा की […]
अयोध्या/लखनऊ: अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर आज से विधवत पूजा अनुष्ठान शुरू होने वाला है. प्रायश्चित पूजा से प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम की शुरुआत होगी. आपको बता दें कि सुबह 9 बजकर 30 मिनट पर पूजन पद्धति शुरू होगी जो लगभग अगले पांच घंटे तक चलेगी. इसमें यजमान प्रायश्चित पूजन से पूजा की शुरुआत करेंगे।
प्रायश्चित पूजा वह है, जिसमें मानसिक, शारीरिक, आंतरिक और बाह्य इन चारों तरीके का प्रायश्चित किया जाता है. जानकारों के अनुसार वाह्य प्रायश्चित के लिए दस विधि स्नान करते हैं. इसमें पंच द्रव्य, कई औषधीय, भस्म और कई सामग्री से स्नान करते हैं।
इसमें प्रायश्चित गोदान भी होता है जिसमें यजमान गोदान के जरिए प्रायश्चित करता है. इसके अलावा कुछ द्रव्य दान से भी प्रायश्चित होता है और इसमें स्वर्ण दान भी शामिल है।
बता दें कि कर्म कुटी का मतलब यज्ञशाला पूजन है. यज्ञशाला शुरू होने से पहले हम लोग बेदी का पूजन करते हैं और यह विष्णु जी का पूजन है, उसे पूजन के बाद ही उसे अंदर लेकर जाते हैं. प्रवेश करने के लिए हर क्षेत्र में एक पूजन होता है. उस पूजन के बाद एक अधिकार मिलने पर ही अंदर जाकर पूजा पद्धति करते हैं।
प्राण प्रतिष्ठा और संबंधित आयोजनों का विवरण:
1. आयोजन तिथि और स्थल: भगवान श्री रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा योग का शुभ मुहूर्त, पौष शुक्ल कूर्म द्वादशी, विक्रम संवत 2080, यानी सोमवार, 22 जनवरी, 2024 को आ रहा है।
2. शास्त्रीय पद्धति और समारोह-पूर्व परंपराएं: सभी शास्त्रीय परंपराओं…
— Shri Ram Janmbhoomi Teerth Kshetra (@ShriRamTeerth) January 15, 2024