नई दिल्लीः अयोध्या प्राण प्रतिष्ठा की तैयारी अंतिम दौर में है। वहीं मंगलावर यानी 16 जनवरी से पूजन विधि भी शुरु हो चुकी है। बता दें कि कार्यक्रम में देश- विदेश से लगभग 7000 मेहमान आएंगे। वहीं पीएम मोदी मुख्य अतिथी है। अब कार्यक्रम से पहले शंकराचार्यों के बयान ने बखेड़ा खड़ा कर दिया है। […]
नई दिल्लीः अयोध्या प्राण प्रतिष्ठा की तैयारी अंतिम दौर में है। वहीं मंगलावर यानी 16 जनवरी से पूजन विधि भी शुरु हो चुकी है। बता दें कि कार्यक्रम में देश- विदेश से लगभग 7000 मेहमान आएंगे। वहीं पीएम मोदी मुख्य अतिथी है। अब कार्यक्रम से पहले शंकराचार्यों के बयान ने बखेड़ा खड़ा कर दिया है। दो शंकराचार्यों ने नहीं जाने की वजह कुछ और बताई वहीं तीसरे शंकराचार्ये जगद्गुरु सदानंद ने अयोध्या नहीं जाने की वजह कुछ और बता दी। वहीं चौथे शंकराचार्य का बयान अभी तक नहीं आया है।
तमाम कयासों के बीच विराम लगाते हुए शारदापीठ के शंकराचार्य जगद्गुरु सदानंद सरस्वती ने अयोध्या नहीं जाने की वजह बताई है। उन्होंने कहा कि चारों शंकराचार्य इसलिए नहीं जा रहे है क्योंकि 22 जनवरी के दिन वहां बहुत भीड़ होगी। इससे पहले दो शंकराचार्य निश्चलानंद सरस्वती और स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने कहा था वह मंदिर निर्माण से खुश है लेकिन अयोध्या नहीं जाएंगे क्योंकि प्राण प्रतिष्ठा मंदिर निर्माण पूरा किए बगैर किया जा रहा। इसलिए अयोध्या जाने का फैसला नहीं किया है।
चार मठों के शंकराचार्य के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल न होने के कयासों के बीच विश्व हिंदू परिषद वीएचपी के कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार ने शुक्रवार यानी 13 जनवरी को बताया था कि चार में से दो शंकराचार्यों ने राम मंदिर में होने वाले प्राण प्रतिष्ठा समारोह का खुले तौर पर स्वागत किया है। हालांकि, उनमें से कोई भी 22 जनवरी को अयोध्या में होने वाले भव्य कार्यक्रम में शामिल नहीं होंगे।
ये भी पढ़ेः