नई दिल्लीः वर्षों इंतजार के बाद रामलला का प्राण प्रतिष्ठान कार्यक्रम 22 जनवरी 2024 को निर्धारित कर दिया गया है। अयोध्या में 22 जनवरी को भव्य कार्यक्रम का आजोयन किया जाएगा। इस कार्यक्रम में पीएम मोदी समेत देश- विदेश से लगभग 7000 मेहमान शामिल होंगे। जिसको लेकर सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम किया गया है। वहीं […]
नई दिल्लीः वर्षों इंतजार के बाद रामलला का प्राण प्रतिष्ठान कार्यक्रम 22 जनवरी 2024 को निर्धारित कर दिया गया है। अयोध्या में 22 जनवरी को भव्य कार्यक्रम का आजोयन किया जाएगा। इस कार्यक्रम में पीएम मोदी समेत देश- विदेश से लगभग 7000 मेहमान शामिल होंगे। जिसको लेकर सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम किया गया है। वहीं राम मंदिर आंदोलन के सबसे बड़े चेहरे लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी उम्र संबंधि परेशानी के चलते कार्यक्रम में हिस्सा नहीं लेंगे। हालांकि दोनों नेताओं को आमंत्रण दिया गया है। इसके अलावा आंदलोन के प्रमुख चेहरा और भाजपा नेता विनय कटियार को न्योता नहीं दिया गया है।
राम मंदिर आंदोलन के प्रमुख चेहरों में से एक और बीजेपी के दिग्गज नेता विनय कटियार को रामलला के प्राण प्रतिष्ठान कार्यक्रम में शामिल होने के लिए न्योता नहीं मिला है। जबकि वो अयोध्या में ही रहते हैं। वहीं विनय कटियार को बजरंग दल के संस्थापक के तौर पर भी जाना जाता है। अपने ही बड़े चेहरे से किसी का संपर्क न करना कई लोगों को ये बात चौंका रहा है। हालांकि, इस कार्यक्रम के लिए राम मंदिर आंदोलन की बड़ी चेहरा रहीं उमा भारती को आमंत्रित कर दिया गया है और वे 18 जनवरी की सुहब अयोध्या पहुंच रही हैं।
आडवाणी- जोशी को लेकर भी विवाद
इससे पहले मंदिर आंदोलन के कर्ता-धर्ता में से एक लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी के प्राण प्रतिष्ठान समारोह में न बुलाए जाने से विवाद खड़ा हो गया था। इसके बाद विश्व हिन्दू परिषद ने फोटो जारी कर कहा था कि उसने दोनों नेताओं से कार्यक्रम में शामिल होने के लिए अनुरोध किया है। इसी प्रकार विपक्ष की नेताओं सोनिया गांधी और अन्य नेताओं को भी उद्घाटन कार्यक्रम में शामिल होने के लिए न्योता भेजा गया है।