टीडीपी के एनडीए से बाहर होने के बाद मोदी सरकार के पास अविश्वास प्रस्ताव को गिराने के लिए आवश्यक संख्याबल है. लोकसभा की मौजूदा तस्वीर (538 सांसद) में टीडीपी के बाहर जाने के बावजूद एनडीए को 315 सांसदों का समर्थन हासिल है.
नई दिल्ली: आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य के मुद्दे पर तेलगु देशम पार्टी के एनडीए से नाता तोड़ने के बाद बीजेपी आलाकमान इस मुद्दे पर विचार कर रहा है. शनिवार को बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह और महासचिव राम माधव से आंध्र प्रदेश के नेताओं ने मुलाकात की. टीडीपी नेताओं से मुलाकात के बाद राम माधव ने कहा कि आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य के दर्जे से ज्यादा देने को तैयार हैं. उन्होंने कहा कि एक प्रस्ताव पास कर पार्टी अपना पक्ष जनता के सामने रखेगी. उन्होंने कहा कि बीजेपी आंध्र प्रदेश के विकास के लिए चंद्रबाबू नायडू से ज्यादा फिक्रमंद है.
राम माधव ने कहा कि पिछले चार साल में एनडीए सरकार और पार्टी ने आंध्र प्रदेश के लिए बहुत कुछ किया है. हम आंध्र प्रदेश की जनता को समझाएंगे कि अभी तक उन्होंने राज्य के लिए क्या किया है और आगे क्या करने वाले हैं. टीडीपी को दोबारा एनडीए में शामिल होने के सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि इसका जवाब वे ही दे पाएंगे.
बता दें कि टीडीपी ने शुक्रवार को एनडीए से निकलने का फैसला किया था और मोदी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव भी पेश किया है. सीएम चंद्रबाबू नायडू ने टेलीकॉन्फ्रेंसिंग के जरिए अपने सांसदों से सलाह मशविरा कर गठबंधन से बाहर जाने का फैसला किया था. टीडीपी आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य के दर्जे की मांग को लेकर एनडीए से अलग हुई है. केंद्र सरकार ने 14वें वित्त आयोग की रिपोर्ट के आधार पर राज्य को विशेष राज्य का दर्जा देने से इंकार कर दिया था. इसी को लेकर टीडीपी केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ आ गई और मोदी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया.
Meeting of #AndhraPradesh leaders with BJP President Amit Shah underway at the latter's residence in Delhi, BJP National General Secretary Ram Madhav also present. pic.twitter.com/mzF5UB89uo
— ANI (@ANI) March 17, 2018
टीडीपी ने एनडीए से वापस लिया समर्थन, केंद्र सरकार के खिलाफ लाएगी अविश्वास प्रस्ताव