Rajsthan Political Crisis: बीजेपी सांसद हनुमान बेनीवाल का दावा- गहलोत सरकार को बचाने के लिए विधायकों को फोन कर रहीं थी वसुंधरा राजे

Rajsthan Political Crisis: बेनीवाल ने दावा किया है कि पूर्व सीएम वसुंधरा राजे ही अशोक गहलोत की कांग्रेसी सरकार की डूबती नैया की खेवैया बनी हुई हैं. बेनीवाल ने आरोप लगाया कि बीजेपी की दिग्गज नेता और पूर्व सीएम वसुंधरा राजे राजस्थान की मौजूदा कांग्रेस सरकार को बचाने के लिए विधायकों को फोन तक कर रही हैं.

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Rajsthan Political Crisis: बीजेपी सांसद हनुमान बेनीवाल का दावा- गहलोत सरकार को बचाने के लिए विधायकों को फोन कर रहीं थी वसुंधरा राजे

Aanchal Pandey

  • July 16, 2020 9:49 pm Asia/KolkataIST, Updated 4 years ago

जयपुर: नागौर लोकसभा सीट से सांसद और बीजेपी की अगुवाई वाले राष्ट्रीय लोकतांत्रिक गठबंधन के साझेदार हुनमान बेनीवाल के राजस्थान बीजेपी की दिग्गज नेता और प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे पर बेहद गंभीर आरोप लगाया है. बेनीवाल ने दावा किया है कि पूर्व सीएम वसुंधरा राजे ही अशोक गहलोत की कांग्रेसी सरकार की डूबती नैया की खेवैया बनी हुई हैं. बेनीवाल ने आरोप लगाया कि बीजेपी की दिग्गज नेता और पूर्व सीएम वसुंधरा राजे राजस्थान की मौजूदा कांग्रेस सरकार को बचाने के लिए विधायकों को फोन तक कर रही हैं. उन्होंने कहा कि वसुंधरा का प्रभाव इतना है कि विधायक उनके निर्देश पर रास्ते से लौट जा रहे हैं.

बेनीवाल ने ट्विटर पर हैशटैग #गहलोत_वसुंधरा_गठजोड़ के साथ लिखा, ‘पूर्व सीएम वसुन्धरा राजे, अशोक गहलोत की अल्पमत वाली सरकार को बचाने का पुरजोर प्रयास कर रही है, राजे द्वारा कोंग्रेस के कई विधायको को इस बारे में फोन भी किए गए!’ नागौर सांसद ने अपने ट्वीट में गृह मंत्री अमित शाह, उनके दफ्तर, बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, बीजेपी रास्थान और अपनी पार्टी आरएलपी को टैग भी किया है. बेनीवाल यही नहीं रूके, उन्होंने दो विधायकों की पहचान का भी खुलासा कर दावा किया कि इनके पास वसुंधरा का फोन गया था जिसके बाद वो पलट गए. 

उन्होंने ट्वीट कर कहा, पूर्व सीएम वसुंधरा राजे ने राजस्थान कांग्रेस में अपने करीबी विधायकों से फोन पर बात करके उन्हें अशोक गहलोत का साथ देने की बात कही. बतौर बेनीवाल सीकर और नागौर जिले के एक-एक जाट विधायक को राजे ने खुद इस मामले में बात करके सचिन पायलट से दूरी बनाने को कहा था जिसका पुख्ता प्रमाण उनके पास है. उन्होंने आगे लिखा प्रदेश और देश की जनता वसुंधरा-गहलोत के आंतरिक गठजोड़ की कहानी को समझ चुकी है. गौरतलब है कि पिछले दिनों सचिन पायलट के बगावत की वजह से राजस्थान सरकार पर संकट के बादल छा गए थे. हालांकि बाद में केंद्रीय नेतृत्व के दखल की वजह से सरकार गिरने से बच गई.

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