जयपुर। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत आगामी चुनाव को लेकर लगातार नौकरी देने का वादा कर रहे हैं वहीं दूसरी ओर उन्होने पिछले चुनाव में भी नौकरी देने का वादा किया था, अपने सत्ताकाल के दौरान वह नौकरी देने वाले वादे पर कितना खरे उतरे हैं इस लेख के माध्यम से आप सभी को बताने […]
जयपुर। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत आगामी चुनाव को लेकर लगातार नौकरी देने का वादा कर रहे हैं वहीं दूसरी ओर उन्होने पिछले चुनाव में भी नौकरी देने का वादा किया था, अपने सत्ताकाल के दौरान वह नौकरी देने वाले वादे पर कितना खरे उतरे हैं इस लेख के माध्यम से आप सभी को बताने का प्रयास करेंगे। क्या अशोक गहलोत ने नौकरी देने वाले वादे को निभाया है।
राजस्थान के मुख्मंत्री अशोक गहलोत ने अपने चार वर्षों के कार्यकाल में लगभग 1 लाख 38 हजार युवाओं को सरकारी नौकरी दी है। इन नौकरियों मे कुछ भर्तियां पछली सरकार के कार्यकाल में दी गई थीं, गहलोत के कार्यकाल में मात्र नियुक्तियां ही हुई हैं। साथ ही एक लाख पदों की भर्तियां प्रक्रिया में हैं। गहलोत ने दावा किया है कि, आने वाले दिनों मे एक लाख पदों पर नियुक्तियां दे दी जाएंगी। साथ ही आने वाले वर्ष में भी एक लाख युवाओं को नौकरियां प्रदान कराने के कार्य किया जाएगा।
गहलोत सरकार के पिछले चार वर्षों के कार्यकाल में सर्वाधिक नौकियां शिक्षा विभाग में दी गईं। जिसमें 9,000 पदों पर वरिष्ठ शिक्षकों की भर्ती, 41,500 तृतीय श्रेणी के शिक्षकों की भर्ती, 5,000 भर्तियां स्कूल व्याख्याता के पद पर एवं 4400 भर्तियां शारीरिक शिक्षकों के पदों पर हुई थीं।
चार वर्षों के कार्यकाल में गहलोत सरकार ने आरएएस भर्ती 2018 के 1057, पशुधन सहायक में 2077, महिला सुपरवाइजर के पदों पर 250, पुस्तकालय भर्ती के पदों पर 700, एलडीसी में 13,000, कृषि पर्यवेक्षक मे 1832, नर्सिंग में 12,000, रेडियोग्राफिर और लेबटेक्निशियान के पद पर 3000, सब इंसपेक्टर के पद पर 527 इसके अलावा राजस्थान पुलिस भर्ती 2019 में 5000 पदों पर भर्तियां एवं नियुक्तियां की थी