Rajasthan political crisis: केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने राजस्थान के राजनीतिक संकट पर चुटकी लेते हुए कहा कि अपने ही राज्य में राजस्थान सरकार दर-दर भटक रही है! यह गहलोत जी का प्रदेश वासियों को स्पष्ट संदेश है- अपनी रक्षा स्वयं करें. इससे पहले राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि BJP ने TDP के 4 MPs को राज्यसभा के अंदर रातों रात मर्जर करवा दिया तो वो मर्जर सही और राजस्थान में 6 बीएसपी विधायक कांग्रेस में मर्जर कर गए तो वो मर्जर गलत, उन्होंने कहा कि जब वो मर्जर गलत नहीं तो ये मर्जर गलत कैसे हो सकता है?
जयपुर: राजस्थान में जारी सियासी संकट के बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत कांग्रेस विधायकों के साथ जैसलमेर पहुंच रहे हैं. बताया जा रहा है कि कांग्रेस विधायक यहीं के होटलों में रुकेंगे. बताया जा रहा है कि अशोक गहलोत खेमे के सभी विधायक जैसलमेर के होटलों में रूकेंगे. 14 अगस्त से शुरू होने वाले विधानसभा सत्र के बीच सचिन पायलट खेमे के विधायक के बयान के बाद से अशोक गहलोत और ज्यादा सतर्क हो गए हैं. इससे पहले समाचार एजेंसी पीटीआई ने कांग्रेस के सूत्रों के हवाले से जानकारी दी थी कि अशोक गहलोत खेमे के विधायक जो फिलहाल दिल्ली जयपुर हाईवे पर मौजूद होटलों में रह रहे हैं उन्हें जैसलमेर के होटल में ठहराया जा रहा है.
केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने राजस्थान के राजनीतिक संकट पर चुटकी लेते हुए कहा कि अपने ही राज्य में राजस्थान सरकार दर-दर भटक रही है! यह गहलोत जी का प्रदेश वासियों को स्पष्ट संदेश है- अपनी रक्षा स्वयं करें. इससे पहले राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि BJP ने TDP के 4 MPs को राज्यसभा के अंदर रातों रात मर्जर करवा दिया तो वो मर्जर सही और राजस्थान में 6 बीएसपी विधायक कांग्रेस में मर्जर कर गए तो वो मर्जर गलत, उन्होंने कहा कि जब वो मर्जर गलत नहीं तो ये मर्जर गलत कैसे हो सकता है? गौरतलब है कि सचिन पायलट गुट के 18 कांग्रेसी विधायकों ने पार्टी से विद्रोह कर दिया था और 13 जुलाई से वो सभी विधायक होटलों में रूके हुए हैं.
इस बीच राजस्थान में 14 अगस्त से विधानसभा का सत्र बुलाए जाने की तैयारी चल रही है. राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गुरुवार को संकेत दिया कि वह अगले पखवाड़े में बुलाई जाने वाले विधानसभा सत्र में विश्वास मत की मांग करेंगे. अशोक गहलोत का दावा है कि विधायकों को पक्ष बदलने की पेशकश की गई है. उन्होंने आरोप लगाया कि सत्र बुलाए जाने की खबरों के बाद विधायकों को ज्यादा पैसों की पेशकश की गई है. मुख्यमंत्री ने अपील की कि जिन विधायकों ने पैसा की पेशकश स्वीकार नहीं की है, उन्हें पार्टी में लौटना चाहिए.