राजस्थान: जयपुर। कांग्रेस में अंदरूनी कलह खत्म होने का नाम नहीं ले रही है। पहले पंजाब फिर गुजरात और अब राजस्थान कांग्रेस के अंदर भी आपसी खींचातान शुरू हो गई है। राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार के खिलाफ कांग्रेस के लोग ही नाराज नजर आ रहे हैं। गहलोत सरकार में मंत्री अशोक चांदना ने तो […]
जयपुर। कांग्रेस में अंदरूनी कलह खत्म होने का नाम नहीं ले रही है। पहले पंजाब फिर गुजरात और अब राजस्थान कांग्रेस के अंदर भी आपसी खींचातान शुरू हो गई है। राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार के खिलाफ कांग्रेस के लोग ही नाराज नजर आ रहे हैं। गहलोत सरकार में मंत्री अशोक चांदना ने तो अपनी नाराजगी खुलकर जाहिर कर दी है। चांदना ने गुरुवार को अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट करते हुए लिखा कि मुख्यमंत्री गहलोत जी मुझे जलालत भरे पद से मुक्त कर दो।
गहलोत सरकार में मंत्री अशोक चांदना ने ट्विटर हैंडल से लिखा कि माननीय मुख्यमंत्री जी आपसे मेरा निजी अनुरोध है कि मुझे इस जलालत भरी मंत्री पद से मुक्त कर दें और मेरे सभी विभागों का चार्ज कुलदीप रांका को दे दिया जाए क्योंकि वैसे भी रांका के पास ही सभी विभागों का चार्ज हैं।
बता दें कि गहलोत सरकार के ऊपर सवाल उठाने वाले अशोक चांदना पहले मंत्री या कांग्रेस नेता नहीं है। इससे पहले भी सरकार को समर्थन दे रहे निर्दलीय विधायक संयम लोढ़ा ने भी अफसरशाही पर सवाल उठाए थे। कोटा के सांगोड विधानसभा से कांग्रेस विधायक भरत सिंह सरकार ने भी भ्रष्टाचार को लेकर गहलोत सरकार पर गंभीर सवाल उठाए थे। इसके साथ ही कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी के खास धीरज गुर्जर ने भी गहलोत सरकार के अफसरों पर भारतीय जनता पार्टी के लिए काम करने का आरोप लगाया था।
गौरतलब है कि कांग्रेस के विधायक गणेश घोघरा ने भी अफसरों और प्रशासन पर अनदेखी का आरोप लगाते हुए इस्तीफा दे दिया है। बता दें कि जिनके ऊपर सभी विभागों के मंत्री होने का आरोप है वो कुलदीप रांका मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के मुख्य सचिव हैं। अब अगले महीने राजस्थान में राज्यसभा की 4 सीटों के लिए चुनाव होना है, ऐसे में कांग्रेस के बीच की अंदरूनी कलह बीजेपी के लिए फायदेमंद हो सकती है।
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