Rajasthan Legislative Assembly election 2018: लोकसभा चुनाव 2019 से पहले चार राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं. राजस्थान विधानसभा चुनाव 2018 से पहले प्रदेश में सीएम वसुंधरा राजे और बीजेपी को बड़ा झटका मिल सकता है. दरअसल अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में रक्षामंत्री रहे जसवंत सिंह के बेटे मानवेंद्र सिंह बीजेपी को छोड़ कांग्रेस का दामन थाम सकते हैं.
जयपुर. राजस्थान विधानसभा चुनाव 2018 से पहले प्रदेश में राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार बीजेपी व राजस्थान सीएम वसुंधरा राजे को बड़ा झटका मिल सकता है. जी हां, राजनीतिक गलियारों में खबरें चल रही है कि बीजेपी के सह-संस्थापक सदस्य और अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में रक्षामंत्री रहे जसवंत सिंह के बेटे मानवेंद्र सिंह बीजेपी को छोड़ कांग्रेस का दामन थाम सकते हैं. मानवेंद्र की खटास के चलते ही वह मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की गौरव यात्रा में शामिल भी नहीं हुए. मीडिया के मानें तो उन्होंने सीएम वसुंधरा राजे की अपने विधायक क्षेत्र में रैली करवाने से मना कर दिया.
बतौर मीडिया बाड़मेर जिले शिव विधानसभा सीट से बीजेपी विधायक मानवेंद्र सिंह अपने करीबियों व शुभचिंतकों के साथ कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं. इस सिलसिले में उन्होंने बाड़मेर एवं जैसलमेर जिलों के दौरे कर अपने समर्थकों की राय भी ली है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार मानवेंद्र सिंह बाड़मेर पचपदरा में 22 सितंबर को स्वाभिमान रैली करने जा रहे हैं. जिसमें उनके समर्थकों के अलावा राजपूत समुदाय से बड़ी भीड़ में लोग एकत्रित होने की उम्मीद है.
इस रैली में वह बीजेपी छोड़ कांग्रेस में शामिल होने का ऐलान कर सकते हैं. मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि उनकी राजनीति के भविष्य के बारे में 22 सितंबर को ही पता चलेगा. बता दें वसुंधरा राजे और मानवेंद्र सिंह के पिता जसवंत सिंह के रिश्ते में खटास आ चुकी थी जबकि इससे पहले दोनों के संबंध काफी अच्छे थे. इसी के चलते लोकसभा चुनाव 2014 में बीजेपी के दिग्गज नेता जसवंत सिंह को बाड़मेर से टिकट नहीं दी गई थी. इस टिकट से कर्नल सोनाराम चौधरी को चुनावी मैदान में उतारा गया था. वहीं मानवेंद्र सिंह ने मीडिया से कहा भी है कि 22 सितंबर को आयोजित होने वाली रैली में वह सभी लोग शिरकत करेंगे जिन्होंने मेरे पिता के आखिरी चुनाव में साथ दिया था.