Rajasthan Gujjar Reservation Movement: राजस्थान में पांच प्रतिशत आरक्षण की मांग कर रहे गुर्जर समुदाय का आंदोलन तीसरे दिन हिंसक हो उठा. धौलपुर में एनएच-3 को जाम किए बैठे लोगों को हटाने के लिए पहुंची पुलिस पर लोगों ने पथराव किया. जिसके बाद फायरिंग की गई. फायरिंग के बाद भड़के लोगों ने पुसिल की गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया.
धौलपुर, राजस्थान. Rajasthan Gujjar Reservation Movement: राजस्थान में पांच प्रतिशत आरक्षण की मांग कर रहे गुर्जर समुदाय का आंदोलन हिंसक हो उठा है. बीते दो दिनों से आरक्षण की मांग पर राजस्थान में रेल और रोड की रफ्तार थाम कर बैठे गुर्जर समुदाय के लोग धौलपुर में तब हिंसक हो उठे, जब पुलिस उन्हें हाई-वे से हटाने पहुंची. मिली जानकारी के अनुसार आंदोलनरत गुर्जर समुदाय के लोग धौलपुर में हाई-वे तीन को जाम कर बैठे थे. जाम हटाने के लिए पुलिस दल के पुहंचने के बाद करीब 500 लोगों की भीड़ ने पथराव शुरू कर दिया.
भीड़ की ओर से की जा रही पथराव के कारण पुलिस ने लाठीचार्ज किया. जिसके बाद भीड़ का गुस्सा और बढ़ गया. हिसंक भीड़ पुलिस की गाड़ियों को निशाना बनाने लगे. आंदोलनकारियों ने पुसिल की तीन गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया. विरोध को हिंसक होता देख पुलिस ने हवाई फायरिंग भी की. इस पूरे विवाद में किसी के घायल होने की जानकारी सामने नहीं आई है.
Rajasthan: A clash broke out between police and protesters at Dholpur Highway today where the latter had blocked the road and set vehicles ablaze. The protesters were supporting the ongoing reservation movement by Gujjar community. pic.twitter.com/bq8U2JBCpe
— ANI (@ANI) February 10, 2019
बताते चले कि राजस्थान में पांच प्रतिशत आरक्षण की मांग के लिए गुर्जर समुदाय के लोग आंदोलन कर रहे है. गुर्जर नेता कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला के नेतृत्व में राज्य के गुर्जर समुदाय के हजारों लोग रेल पटरियों और हाई-वे को बंद कर रखे है. इस आंदोलन के कारण राजस्थान से होकर गुजरने वाली कई ट्रेन रद्द की जा चुकी है. साथ ही कई ट्रेनों का रास्ता भी बदल दिया गया है.
Gujjar leader Kirori Singh Bainsla on movement by Gujjar community in Sawai Madhopur, demanding 5% reservation: We will stay here until a decision is taken, until we get 5% reservation. #Rajasthan pic.twitter.com/WtBxk6VHQ2
— ANI (@ANI) February 10, 2019
इससे इतर रविवार को गुर्जर नेता कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला ने साफ कहा कि जब तक हमारी मांग को माना नहीं जाएगा, तब तक यह आंदोलन जारी रहेगा. बताते चले कि आंदोलन को नेतृत्व देते हुए कर्नल बैंसला स्वयं सवाई माधोपुर में पटरियों पर बैठे है. बताते चले कि गुर्जरों का आरक्षण का मांग पुराना है. सबसे पहले यह मांग साल 2006 में उठी थी. 2007 में आंदोलन काफी उग्र हुआ था, तब पुलिस फायरिग में 26 लोग मारे गए थे. साल 2008 में हुए आंदोलन में 38 लोग मारे गए थे.