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Rajasthan Government Crisis: सचिन पायलट का छलका दर्द, सरकारी विज्ञापनों में नहीं लगती फोटो, फोन टैप किए जाते हैं

Rajasthan Government Crisis: अब सवाल ये है कि क्या सचिन पायलट पर कोई कार्रवाई होगी या फिर पार्टी आलाकमान उन्हें मनाने की कोशिश करेगी. इस बीच सचिन पायलट का दर्द छलका है. उन्होंन कहा कि सरकारी विज्ञापनों में उनकी फोटो तक नहीं छपती, उन्हें इतना भी अधिकार नहीं है कि किसी का ट्रांस्फर या पोस्टिंग करा दें, यहां तक कि उनका फोन टैप किया जाता है.

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  • July 13, 2020 2:32 pm Asia/KolkataIST, Updated 4 years ago

जयपुर: राजस्थान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और डिप्टी सीएम सचिन पायलट के बीच चल रहे सियासी शह और मात के खेल के बीच अशोक गहलोत ने 100 से ज्यादा विधायकों की परेड़ कराकर पार्टी और सरकार में अपना दबदबा साबित कर दिया है. दूसरी तरफ सचिन पायलट अब भी दावा कर रहे हैं कि 25 विधायक उनके साथ हैं लेकिन अशोक गहलोत को इस बात से फर्क पड़ता नहीं दिख रहा क्योंकि उन्होंने मीडिया के सामने विक्ट्री साइन दिखाकर सरकार गिरने के सभी आशंकाओं को सिरे से खारिज कर दिया है. अब सवाल ये है कि क्या सचिन पायलट पर कोई कार्रवाई होगी या फिर पार्टी आलाकमान उन्हें मनाने की कोशिश करेगी. इस बीच सचिन पायलट का दर्द छलका है. उन्होंन कहा कि सरकारी विज्ञापनों में उनकी फोटो तक नहीं छपती, उन्हें इतना भी अधिकार नहीं है कि किसी का ट्रांस्फर या पोस्टिंग करा दें, यहां तक कि उनका फोन टैप किया जाता है.

कांग्रेस पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व की ओर से जयपुर भेजे गए रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि पिछले 48 घंटे में कांग्रेस नेतृत्व ने कई बार सचिन पायलट से बात की है. उन्‍होंने कहा कि कभी-कभी वैचारिक मतभेद उत्पन्न होता है, लेकिन इससे अपनी ही सरकार को कमजोर करना ठीक नहीं हैं. रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि कोई मतभेद है तो कांग्रेस आलाकमान के दरवाजे सचिन पायलट समेत सभी के लिए हमेशा खुले हैं. उन्होंने कहा कि कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी और राहुल गांधी की अगुवाई में हम इसका समाधान निकालेंगे. उन्होंने कहा कि व्यक्तिगत प्रतिस्पर्धा के लिए सरकार को कमजोर करना ठीक नहीं.

200 सीटों वाली राजस्थान विधानसभा में बहुमत के लिए 101 विधायकों की जरूरत है जबकि कांग्रेस के पास 107 विधायक हैं. इनके अलावा उनके पास निर्दलीय और कुछ अन्य छोटे दलों के विधायकों का समर्थन मिलाकर यह 123 विधायकों का समर्थन है. वहीं दूसरी तरफ बीजेपी के पास 72 विधायक हैं और उन्हें तीन अन्य छोटे दलों के विधायकों का समर्थन प्राप्त है. यानी बीजेपी के पास कुल 75 विधायकों का समर्थन प्राप्त है. राजस्थान में बीजेपी को सरकार बनानी है तो उसे 26 विधायकों की और जरूरत होगी जो आसान काम नहीं लगता.

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