जयपुर: राजस्थान में हर बार 200 सीट होने के बावजूद सिर्फ 199 सीटों पर ही चुनाव (Rajasthan Elections) का रिवाज बनता जा रहा है। दरअसल, राजस्थान में पिछले 3 दशकों से लगातार ऐसा हो रहा है, जब विधानसभा चुनाव में 200 सीटों के बजाय 199 सीटों पर मतदान हो रहा है। इसके अलावा राजस्थान में […]
जयपुर: राजस्थान में हर बार 200 सीट होने के बावजूद सिर्फ 199 सीटों पर ही चुनाव (Rajasthan Elections) का रिवाज बनता जा रहा है। दरअसल, राजस्थान में पिछले 3 दशकों से लगातार ऐसा हो रहा है, जब विधानसभा चुनाव में 200 सीटों के बजाय 199 सीटों पर मतदान हो रहा है। इसके अलावा राजस्थान में सरकार बदल जाने की भी परंपरा बनती नजर आ रही है।
राज्य के श्रीगंगानगर जिले की करणपुर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रहे कांग्रेस प्रत्याशी और मौजूदा विधायक गुरमीत सिंह कुन्नर का देहांत हो गया है। गुरमीत सिंह कुछ समय से बीमार थे और दिल्ली के एम्स में उनका इलाज चल रहा था। बुधवार (15 नवंबर) को यहीं पर उन्होंने आखिरी सांस ली है। गुरमीत की मौत की वजह से इस सीट पर मतदान बाद में होगा। उनकी मौत से कांग्रेस पार्टी को एक बडा झटका लगा है।
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गौरतलब है कि राजस्थान में यह लगातार तीसरा विधानसभा चुनाव (Rajasthan Elections) है, जब 1 सीट पर मतदान नहीं हो पा रहा है। इसके पहले साल 2013 और 2018 के विधानसभा चुनाव के दौरान भी ऐसा हुआ था। साल 2013 में चुरू से बसपा प्रत्याशी जगदीश मेघवाल का देहांत हो गया था। इस वजह से इस सीट पर मतदान चुनाव के बाद कराया गया। वही, साल 2018 में अलवर की रामगढ़ सीट से बसपा प्रत्याशी लक्ष्मण सिंह का निधन हो गया, जिस कारण इस सीट पर मतदान नहीं हो पाया। इस तरह की घटना से ऐसा माना जा रहा है कि राज्य में एक तरह की परंपरा बनती जा रही है।