नई दिल्ली: भाजपा ने राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश में मिली जीत के बाद उन्हीं चेहरों को सीएम बनाने का फैसला किया है जो डबल इंजन सरकार फॉर्मूले में सटीक बैठे. भारतीय जनता पार्टी का कहना है कि जनता ने तीनों राज्यों में जिस तरह से स्पष्ट बहुमत दिया है उससे पार्टी पर काम करने का […]
नई दिल्ली: भाजपा ने राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश में मिली जीत के बाद उन्हीं चेहरों को सीएम बनाने का फैसला किया है जो डबल इंजन सरकार फॉर्मूले में सटीक बैठे. भारतीय जनता पार्टी का कहना है कि जनता ने तीनों राज्यों में जिस तरह से स्पष्ट बहुमत दिया है उससे पार्टी पर काम करने का काफी दबाव है. तेजी से जनता की अपेक्षाएं पूरी होंगी तभी तीनों राज्यों में 2024 की सभी लोकसभा सीटें जीतने का सपना साकार हो सकेगा। ऐसा नेता राज्यों में चाहिए जो भाजपा को प्रसिद्धि दिलाने के लिए कार्य करने वाला हो न कि खुद को। खासकर छत्तीसगढ़ और राजस्थान में सीएम फेस के लिए ऐसे चेहरे को कमान देने की तैयारी है जो पार्टी-परफॉर्मेंस दोनों के मोर्चे पर खुद को साबित कर सके।
इस संबंध में बीजेपी के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि तीनों राज्यों के लिए 8 दिसंबर को पर्यवेक्षकों के नाम तय हो सकते हैं और 10 दिसंबर तक विधायक दल की बैठक हो सकती है. इस बात की सूचना विधायकों को समय रहते मिलेगी. वहीं शीर्ष नेतृत्व ने तीनों राज्यों के प्रदेश अध्यक्ष, सांसदों और संगठन महामंत्री से भी सीएम चेहरे को लेकर रायशुमारी की है. सभी प्रमुख नेताओं की कमजोरी और मजबूती शामिल करते हुए प्रोफाइल तैयार की गई है।
राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश में कौन मुख्यमंत्री बनेगा, इस पर बीजेपी शीर्ष नेतृत्व गोपनीयता बरत रहा है. पार्टी के वरिष्ठ नेता ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि ऐसा विधायक दल को बैठक की गरिमा बनाए रखने के लिए किया जा रहा है. अगर दिल्ली से ही सीएम फेस को लेकर चेहरे की घोषणा हो जाए तो राज्य की राजधानी में होने वाली विधायक दल की बैठक का औचित्य क्या रह जाएगा? विधायक दल की बैठक जब आधी हो चुकी होगी तब जाके आधिकारिक रूप से किसी चेहरे की घोषणा करेंगे. घोषणा विधायकों की सहमति के बाद ही सीएम फेस के लिए शीर्ष नेतृत्व तय करेगा।
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