नई दिल्ली: इस साल मानसून के सामान्य रहने के पूर्नानुमान के बीच कल शुक्रवार की रात देश के कई राज्यों में भारी बरसात हुई। आईएमडी के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, 7 जुलाई को दक्षिण आंतरिक कर्नाटक के कोडागु जिले में बरसात दर्ज की गई, उडुपी जैसे तटीय कर्नाटक जिलों में बरसात देखने को मिली, कन्नड़ […]
नई दिल्ली: इस साल मानसून के सामान्य रहने के पूर्नानुमान के बीच कल शुक्रवार की रात देश के कई राज्यों में भारी बरसात हुई। आईएमडी के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, 7 जुलाई को दक्षिण आंतरिक कर्नाटक के कोडागु जिले में बरसात दर्ज की गई, उडुपी जैसे तटीय कर्नाटक जिलों में बरसात देखने को मिली, कन्नड़ में और उप्पिनंगडी में भी भारी बरसात हुई। दिल्ली-एनसीआर में आज शनिवार को झमाझम बरसात का सिलसिला जारी है।
तमिलनाडु में कल शुक्रवार को बरसात होने के बाद नीलगिरी इलाके में हिमस्खलन हुआ। राज्य में कई इलाकों में भारी बरसात दर्ज की गई है। वहीं कोयंबटूर जिले के वलपराई में, हैरिसन मलयालम लिमिटेड और नीलगिरी के वर्थ एस्टेट में बरसात होने की वजह से गर्मी से निजात मिली है।
मौसम विभाग ने अगले 4 से 5 दिनों के लिए केरल के मलप्पुरम, कोझिकोड, कन्नूर, वायनाड और कासरगोड जिलों में येलो अलर्ट जारी कर दिया है। पूर्वोत्तर राज्यों में असम और मेघालय के साथ यूपी के लखीमपुर जिले में, पूर्वी खासी हिल्स के चेरापूंजी में बरसात दर्ज की गई। वहीं महाराष्ट्र में सतारा जिले के महाबलेश्वर में और पुणे जिले के लोनावाला में बरसात होने के बाद मौसम में बदलाव देखने को मिला है।
केरल में दक्षिण-पश्चिम मॉनसून की वजह से हुई भारी बरसात में 8 लोगों की जान चली गई है। साथ ही इस साल अब तक राज्य भर में खोले गए 203 राहत शिविरों में 7,844 लोगों को रखा गया है। बरसात के कारण आई बाढ़ की वजह से राज्य में 51 घर पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गए हैं। इतना ही नहीं कर्नाटक के दक्षिण कन्नड़ में 7 जुलाई तक बरसात के कारण 4 लोगों की मौत हो चुकी है। मौसम विभाग में 19 जुलाई तक भारी बरसात की संभावना जताई है।
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