नई दिल्ली: मौसम में अचानक बदलाव और बेमौसम बारिश देखने को मिल रही है। इस मौसम ने पिछले दिनों किसानों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। उत्तर प्रदेश, राजस्थान, बिहार, हरियाणा और पंजाब के कई इलाकों में आंधी, बारिश और ओलों से हजारों हेक्टेयर फसल बर्बाद हो गई है। जब गेहूं की फसल खेत में लगाई […]
नई दिल्ली: मौसम में अचानक बदलाव और बेमौसम बारिश देखने को मिल रही है। इस मौसम ने पिछले दिनों किसानों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। उत्तर प्रदेश, राजस्थान, बिहार, हरियाणा और पंजाब के कई इलाकों में आंधी, बारिश और ओलों से हजारों हेक्टेयर फसल बर्बाद हो गई है। जब गेहूं की फसल खेत में लगाई गई तो भारी बारिश के कारण सरसों के सारे दाने खेत में ही झड़ गए। इस नुकसान को लेकर केंद्र और राज्य सरकारों ने किसानों की मदद करने की बात कही है। भारतीय मौसम विभाग ने एक बार फिर कहा है कि 30 और 31 मार्च को भी बेमौसम बारिश देखने को मिलेगी। मौसम के इस बदलाव से शहरों में गर्मी से राहत मिलेगी, लेकिन बेचारे किसानों को फसलों की चिंता सता रही है।
भारतीय मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि राजस्थान में 30 मार्च को एक बार फिर ओले गिराने के आसार हैं। वहीं, दिल्ली में 30 और 31 मार्च को एक बार फिर गरज के साथ बारिश होने के आसार हैं। वहीं, उत्तर प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब और हरियाणा में मार्च के आखिरी दो दिनों में बारिश के पूरे आसार हैं।
गेहूं तो सभी फसलों में सबसे अहम है। इसका इस्तेमाल रोटी बनाने के लिए किया जाता है। बात करें इसकी फसल की तो गेहूं रबी सीजन में उगाई जाती है। साथ ही इस समय धान की फसल लगभग पककर तैयार है। कई इलाकों में अनाज की कटाई जारी है, जबकि कुछ जगहों पर अभी भी पछेती फसलें खेतों में खड़ी हैं। अब अगर मौसम ऐसे ही चलता रहा तो खेत का सारा अनाज खराब हो सकता है।
इस वक़्त कई जगहों पर बारिश की वजह से आम के फूल भी गिर गए हैं। बिन मौसम बारिश से फसल तो बर्बाद होती ही है साथ ही अनाज बुरी तरह से सड़ जाता है। यह अनाज खाने लायक नहीं रह पाता। कुछ समय पहले भी गेहूं की फसल के दानों में सिकुड़न पैदा हो गई थी। आपको बता दें इस दौरान किसानों को अपना भी ध्यान रखना होता है। पेड़ों, खंभों और पानी से दूर रहें। गड़गड़ाहट और बिजली गिरने के समय पर सुरक्षित जगह पर चले जाएं।