नई दिल्ली: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को शराब नीति से जुड़े सीबीआई केस में शुक्रवार-13 सितंबर को जमानत मिल गई. इसके बाद सीएम केजरीवाल 177 दिन के बाद जेल से बाहर आ गए. इस बीच केजरीवाल के जेल से छूटने से कांग्रेस पार्टी नाखुश दिखाई पड़ रही है. बता दें कि कांग्रेस की नाखुशी […]
नई दिल्ली: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को शराब नीति से जुड़े सीबीआई केस में शुक्रवार-13 सितंबर को जमानत मिल गई. इसके बाद सीएम केजरीवाल 177 दिन के बाद जेल से बाहर आ गए. इस बीच केजरीवाल के जेल से छूटने से कांग्रेस पार्टी नाखुश दिखाई पड़ रही है.
बता दें कि कांग्रेस की नाखुशी की वजह हरियाणा विधानसभा चुनाव है. कांग्रेस नेताओं का मानना है कि केजरीवाल अब हरियाणा में आम आदमी पार्टी (AAP) के पक्ष में धुआंधार प्रचार करेंगे, जिससे कांग्रेस को नुकसान होगा.
केजरीवाल के जेल से बाहर आने से अब हरियाणा विधानसभा चुनाव काफी रोमांचक हो गया है. मालूम हो कि हरियाणा सीएम केजरीवाल का गृह राज्य है. ऐसे में उनके यहां अपनी पार्टी के प्रत्याशियों के पक्ष में जब प्रचार करने से विपक्ष के वोटों में बिखराव आ सकता है. सत्ता की प्रमुख दावेदार मानी जा रही कांग्रेस पार्टी को वोटों में AAP बड़ी सेंधमारी कर सकती है.
गौरतलब है कि हरियाणा में लाख कोशिशों के बावजूद कांग्रेस और आम आदमी पार्टी का गठबंधन नहीं पाया. कांग्रेस नेताओं ने कहा कि AAP 10 से ज्यादा सीटों की मांग कर रही थी, जो संभव नहीं था. इसके बाद आप ने हरियाणा की सभी 90 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया. इस बीच पार्टी के संयोजक और सबसे बड़े चेहरे अरविंद केजरीवाल जेल से बाहर भी आ गए. केजरीवाल का जेल से बाहर आना AAP के लिए फायदेमंद हो सकता है.
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