शिमला/नई दिल्ली: कांग्रेस के दिग्गज नेता और हिमाचल प्रदेश सरकार में शहरी विकास मंत्री विक्रमादित्य सिंह अपने बयानों को लेकर लगातार चर्चा में हैं. पहले विक्रमादित्य ने शिमला मस्जिद मामले में खुलकर अपना स्टैंड रखा. इसके बाद बुधवार को उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश की तरह अब हिमाचल प्रदेश में भी सभी दुकानदारों को अपना […]
शिमला/नई दिल्ली: कांग्रेस के दिग्गज नेता और हिमाचल प्रदेश सरकार में शहरी विकास मंत्री विक्रमादित्य सिंह अपने बयानों को लेकर लगातार चर्चा में हैं. पहले विक्रमादित्य ने शिमला मस्जिद मामले में खुलकर अपना स्टैंड रखा. इसके बाद बुधवार को उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश की तरह अब हिमाचल प्रदेश में भी सभी दुकानदारों को अपना नाम लिखना पड़ेगा.
विक्रमादित्य के बयान के बाद अब हिमाचल की सुखदेव सिंह सुक्खू सरकार ने इस मामले में अपना स्पष्टीकरण जारी किया है. राज्य सरकार के प्रवक्ता ने गुरुवार को इसे लेकर एक बयान जारी किया. इस बयान में उन्होंने कहा कि हिमाचल सरकार की ओर से अभी तक ऐसा कोई फैसला नहीं आया है. कांग्रेस सरकार के इस स्पष्टीकरण पर भाजपा भड़क गई है. बीजेपी ने कांग्रेस को हिंदू विरोधी पार्टी करार दिया है.
बता दें कि विक्रमादित्य सिंह द्वारा लगातार दिए जा रहे बयान कांग्रेस को असहज कर रहे हैं. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो कांग्रेस अलाकमान ने इन बयानों पर कड़ी आपत्ति दर्ज कराई है. मालूम हो कि विक्रमादित्य सिंह को लोग सोशल मीडिया पर हिंदूवादी नेता बता रहे हैं. विक्रमादित्य जनवरी में अयोध्या में हुए भगवान राम के मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में भी शामिल हुए थे.
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