नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के रायबरेली से कांग्रेस सांसद राहुल गांधी लोकसभा चुनाव 2024 के बाद से चर्चा में हैं। हाशिए पर कांग्रेस में उन्होंने फिर से प्राण भरा है। जनता के बीच अपनी पैठ बनाने के लिए राहुल कभी मेट्रो कर्मचारियों से मुलाकात करते हैं। कभी रेहड़ी-पटरी वालों से जाकर मिल रहे हैं तो […]
नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के रायबरेली से कांग्रेस सांसद राहुल गांधी लोकसभा चुनाव 2024 के बाद से चर्चा में हैं। हाशिए पर कांग्रेस में उन्होंने फिर से प्राण भरा है। जनता के बीच अपनी पैठ बनाने के लिए राहुल कभी मेट्रो कर्मचारियों से मुलाकात करते हैं। कभी रेहड़ी-पटरी वालों से जाकर मिल रहे हैं तो कभी डीटीसी के बसों में सफर करते हुए दिख रहे। आपको पता है कि राहुल गांधी ने गांधी सरनेम नहीं बल्कि किसी और नाम से अपनी डिग्री ले रखी है।
लोकसभा चुनाव के दौरान दायर नामंकन पत्र के मुताबिक राहुल ने 1995 में कैंब्रिज के ट्रिनिटी हॉल से डेवलपमेंट स्टडीज़ में M. Phill की है। इस सर्टिफिकेट पर उनका नाम राहुल गांधी नहीं बल्कि राउल विंसी है। सत्ता पक्ष अक्सर इस नाम के कारण राहुल का मजाक भी उड़ाते हैं। आज हम आपको राहुल गांधी के विंसी नाम के पीछे की कहानी के बारे में बातएंगे।
1991 में पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की हत्या हो जाती है। इसके बाद राहुल गांधी पढ़ाई के लिए अमेरिका के फ्लोरिडा स्थित रॉलिंस कॉलेज में शिफ्ट कर दिए जाते हैं। उन्होंने अपनी BA की डिग्री यहीं से ली। रॉलिंस कॉलेज में राहुल गांधी राउल विंसी था। कहा जाता है कि उनकी सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए उनका नाम बदल दिया गया था। 1995 में एमफिल की डिग्री भी राहुल ने इसी नाम से ली।
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