‘मेरी जासूसी होती है, लोकतंत्र खतरे में… ‘ कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी में Rahul Gandhi का विवादित बयान

नवे दिल्ली: इस समय कांग्रेस सांसद राहुल गांधी लंदन की कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी में एमबीए के छात्रों को दिए गए संबोधन को लेकर विवादों में घिर गए हैं. जहां छात्रों को संबोधित करते हुए उन्होंने भारत सरकार को ही घेरना शुरू कर दिया. इस दौरान उन्होंने यहां तक कह दिया कि भारत में इस समय लोकतंत्र […]

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‘मेरी जासूसी होती है, लोकतंत्र खतरे में… ‘ कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी में Rahul Gandhi का विवादित बयान

Riya Kumari

  • March 3, 2023 7:51 pm Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago

नवे दिल्ली: इस समय कांग्रेस सांसद राहुल गांधी लंदन की कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी में एमबीए के छात्रों को दिए गए संबोधन को लेकर विवादों में घिर गए हैं. जहां छात्रों को संबोधित करते हुए उन्होंने भारत सरकार को ही घेरना शुरू कर दिया. इस दौरान उन्होंने यहां तक कह दिया कि भारत में इस समय लोकतंत्र खतरे में है. आइए जानते हैं अपने इस सम्बोधन में क्या बोले कांग्रेस नेता राहुल गाँधी.

सरकार पर साधा निशाना

राहुल गांधी ने अपने संबोधन के दौरान भारत सरकार पर उनकी जासूसी करवाने का आरोप लगाया है. वह कहते हैं कि अफसरों ने उन्हें फ़ोन पर संभलकर बात करने की सलाह दी और ये भी कहा कि भारत की सभी संस्थानें सरकार के कब्ज़े में हैं. सरकार का मीडिया और न्यायालयों पर भी नियंत्रण है जहां लोकतंत्र के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है.

 

 

राहुल ने कैम्ब्रिज में क्या-क्या कहा?

दरअसल राहुल गांधी ने लंदन के कैम्ब्रिज में बिजनेस स्कूल के छात्रों को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने कहा ‘मीडिया और न्यायपालिका भारत में नियंत्रण में है और मेरे फोन में पेगासस सॉफ्टवेयर था. इसके जरिए मेरी जासूसी की जाती थी। मुझे खुफिया अधिकारियों ने बताया कि आपका फोन रिकॉर्ड हो रहा है. विपक्ष के कई नेताओं पर झूठे केस भी किए गए हैं और मेरे ऊपर कई आपराधिक मामले दर्ज किए गए हैं। ऐसे मामलों में केस दर्ज हुए हैं जो बनते ही नहीं थे और जिनका कोई मतलब नहीं था. बहरहाल हम अपना बचाव करने की कोशिश कर रहे हैं।’ बता दें, इस संबोधन का विषय ‘लर्निंग टू लिसेन इन इन 21 सेंचुरी’ था.

क्या बोले राहुल?

अपने संबोधन में राहुल गाँधी आगे कहते हैं कि हम ऐसी दुनिया बनते हुए नहीं देख सकते जहां लोकतांत्रिक मूल्यों से कोई जुड़ाव ना हो. इस दौरान उन्होंने लोकतांत्रिक मूल्यों को बढ़ावा देने के लिए नई सोच की जरूरत की बात भी कही. राहुल गांधी आगे कहते हैं कि लोकतंत्र को किसी पर थोपा नहीं जाना चाहिए. उन्होंने भारत और अमेरिका जैसे लोकतांत्रिक देशों में निर्माण क्षेत्र में गिरावट का भी ज़िक्र किया और कहा, ‘इस बदलाव बड़े पैमाने पर असमानता और आक्रोश सामने आया है, जिस पर तत्काल ध्यान देने और संवाद की जरूरत है।’

पहले भी दे चुके हैं विवादित बयान

गौरतलब है कि ये पहली बार नहीं है जब राहुल गांधी ने विदेशों में जाकर कोई विवादित बयान दिया है. इससे पहले भी वह कई बार इस तरह के बयान दे चुके हैं. इसमें साल 2022 का उनका कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी में दिया गया संबोधन भी शामिल है जब उन्होंने भारत की तुलना पाकिस्तान से कर दी थी. इस पर देश भर में खूब विवाद भी हुआ था.

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