श्रीनगर। 30 जनवरी का दिन कांग्रेस के लिए खास होने वाला है। इस दिन राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा का समापन होने जा रहा है। बता दें , समापन समारोह के मौके पर 12 विपक्षी दलों के शामिल होने की उम्मीद जताई जा रही है।जानकरी के मुताबिक , समारोह के लिए 21 दलों को […]
श्रीनगर। 30 जनवरी का दिन कांग्रेस के लिए खास होने वाला है। इस दिन राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा का समापन होने जा रहा है। बता दें , समापन समारोह के मौके पर 12 विपक्षी दलों के शामिल होने की उम्मीद जताई जा रही है।जानकरी के मुताबिक , समारोह के लिए 21 दलों को आमंत्रित पत्र भेजा गया था लेकिन इनमें से कुछ सुरक्षा में कमी के कारण यात्रा में शामिल नहीं हो पा रहे है। आपको बताते हैं आखिर कांग्रेस की इस यात्रा में कौन सी पार्टियां शामिल होने जा रही है। रिपोर्ट के मुताबिक , तृणमूल कांग्रेस, समाजवादी पार्टी और टीडीपी उन पार्टियों में शामिल हैं, जोकि इस समारोह में शामिल नहीं हो रही है।
एमके स्टालिन के नेतृत्व वाली द्रविड़ मुनेत्र कड़गम , शरद पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी , तेजस्वी यादव की अगुवाई वाली राष्ट्रीय जनता दल , नीतीश कुमार की जनता दल , उद्धव ठाकरे की शिवसेना, सीपीआई और सीपीआई विदुथलाई चिरुथिगल काची , फारूक अब्दुल्ला के नेतृत्व वाली जम्मू-कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस, महबूबा मुफ्ती की जम्मू-कश्मीर पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी और शिबू सोरेन की झारखंड मुक्ति मोर्चा इस समारोह में शामिल हो रहे है।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा भी शनिवार(28 जनवरी ) को यात्रा के लिए भाई राहुल गांधी के साथ शामिल हो गई थी। पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) प्रमुख महबूबा मुफ्ती भी बीते दिन यानी 29 जनवरी को अवंतीपोरा में पदयात्रा में शामिल हुई थी । बता दें , यात्रा को सुरक्षा उल्लंघन के कारण रद्द किए जाने के बाद इसे अवंतीपोरा के चेरसू गांव से फिर से शुरू किया था। लेकिन , स्थानीय पुलिस ने यात्रा के दौरान किसी तरह की सुरक्षा चूक से इनकार कर दिया है।
इसके अलावा कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने शुक्रवार यानी 27 जनवरी को कांग्रेस नेता राहुल गांधी की “सुरक्षा चूक” घटना से जुड़े मामले में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को पत्र भी लिखा था और जम्मू-कश्मीर में भारत जोड़ो यात्रा के लिए बेहतर सुरक्षा सुनिश्चित करने में उनके व्यक्तिगत हस्तक्षेप की मांग भी की गई थी। उन्होंने कहा था कि 29 और 30 जनवरी को यात्रा में भारी भीड़ होने की संभावना है और ऐसे में सुरक्षा पर ध्यान देना बेहद जरुरी है। 7 सितंबर को शुरू हुई ये यात्रा 30 जनवरी को श्रीनगर में इसका समापन हो जाएगा।
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