लोकसभा में आज संविधान दिवस पर राहुल गांधी ने संविधान के बारे में बहुत बात कह दी. उन्होंने कहा कि भारत के संविधान के बारे में सबसे बुरी बात तो ये है कि इसमें कुछ भी भारतीय नहीं है. हालांकि आगे उन्होंने कहा कि ये आपके नेता ने कहा था जिसकी आप पूजा करते हैं.
नई दिल्ली: लोकसभा में आज संविधान दिवस पर राहुल गांधी ने संविधान के बारे में बहुत बातें की. उन्होंने कहा कि भारत के संविधान के बारे में सबसे बुरी बात तो ये है कि इसमें कुछ भी भारतीय नहीं है. हालांकि आगे उन्होंने कहा कि ये आपके नेता ने कहा था जिसकी आप पूजा करते हैं.
आपको बता दें कि राहुल गांधी ने सदन में संविधान और मनु स्मृति की प्रतियों को दिखाते हुए सरकार पर हमला बोला। साथ ही उन्होंने बीजेपी से सीधे तौर पर पूछा कि आपके नेता ने संविधान की बजाय मनुस्मृति से देश चलाने की वकालत की थी. क्या आप अपने नेता की बातों से सहमत हैं? इसके अलावा राहुल ने द्रोणाचार्य और एकलव्य की कहानी भी सुनाई और केंद्र सरकार पर हमला बोला. राहुल ने यूपी के हाथरस दौरे के बहाने योगी सरकार पर भी घेरा.
“भारत के संविधान के बारे में सबसे बुरी बात तो यह है कि इसमें कुछ भी भारतीय नहीं है।”
– ये बात आपके नेता सावरकर ने कही थी, जिसकी आप पूजा करते हैं।
: लोक सभा में नेता विपक्ष श्री @RahulGandhi pic.twitter.com/0jVOI23haQ
— Congress (@INCIndia) December 14, 2024
भारतीयता कुछ भी नहीं है
वहीं राहुल गांधी ने आगे कहा कि संविधान में अंबेडकर, गांधी और नेहरू के विचार हैं। उन विचारों के स्रोत शिव, बुद्ध, महावीर, कबीर आदि थे। उन्होंने कहा, सावरकर ने संविधान के बारे में कहा था कि संविधान की सबसे बुरी बात यह है कि इसमें भारतीयता कुछ भी नहीं है। इसकी जगह मनु स्मृति लागू होनी चाहिए। जब आप संविधान बचाने की बात करते हैं तो आप अपने नेता सावरकर का मजाक उड़ा रहे हैं। राहुल गांधी ने कहा, जैसे द्रोणाचार्य ने एकलव्य से अंगूठा मांग लिया था. वैसे ही आप हिंदुस्तान के युवाओं के अंगूठे काट रहे हैं। जब आप धारावी को अडानी को बेचते हैं तो आप धारावी के लोगों के अंगूठे काटते हैं। जब आप अडानी की मदद करते हैं तो आप लोगों के अंगूठे काटते हैं।
वहीं राहुल गांधी ने कहा कि हम देश में जाति जनगणना के जरिए दिखाना चाहते हैं कि आपने किसके अंगूठे काटे हैं। हालांकि हम 50 फीसदी आरक्षण की सीमा की दीवार को भी तोड़ देंगे। राहुल गांधी ने यूपी के हाथरस की घटना का जिक्र करते हुए कहा, “चार साल पहले हाथरस में एक दलित लड़की के साथ दुष्कर्म हुआ था। उसके अपराधी खुलेआम घूम रहे हैं, जबकि पीड़ित परिवार कैद की जिंदगी जी रहा है। संविधान में ऐसा कहां लिखा है? यूपी में संविधान नहीं, मनुस्मृति लागू है।
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