कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मणिशंकर अय्यर ने अब सोनिया, राहुल और प्रियंका गांधी के साथ अपने लंबे समय से चले आ रहे लेकिन सीमित संवाद पर खुलकर बात की है। मणिशंकर अय्यर ने अपने राजनीतिक सफर की विडंबना जाहिर करते हुए कहा कि उनका करियर गांधी परिवार ने बनाया भी और बिगाड़ा भी.
नई दिल्ली: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मणिशंकर अय्यर ने अब सोनिया, राहुल और प्रियंका गांधी के साथ अपने लंबे समय से चले आ रहे लेकिन सीमित संवाद पर खुलकर बात की है। मणिशंकर अय्यर ने अपने राजनीतिक सफर की विडंबना जाहिर करते हुए कहा कि उनका करियर गांधी परिवार ने बनाया भी और बिगाड़ा भी.
वहीं मणिशंकर अय्यर ने मीडिया को दिए इंटरव्यू में कहा है कि उन्हें राहुल गांधी से मिलने का सिर्फ एक मौका मिला है. उन्होंने बताया कि उनकी प्रियंका गांधी से सिर्फ दो बार मुलाकात हुई है. उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें 10 साल में एक बार भी सोनिया गांधी से मिलने का मौका नहीं मिला है. बता दें कि मणिशंकर अय्यर ने एक घटना का भी जिक्र किया जब उन्हें राहुल गांधी को उनके जन्मदिन पर शुभकामनाएं देनी थीं, लेकिन चूंकि उन्हें पार्टी से निलंबित कर दिया गया था, इसलिए उन्हें प्रियंका गांधी के माध्यम से अपनी शुभकामनाएं देनी पड़ीं, जो उस समय राजनीति में भी नहीं थीं।
EXCLUSIVE | VIDEO: “For 10 years, I was not given an opportunity to meet Sonia Gandhi one-on-one. I was not given an opportunity, except once, of spending any meaningful time with Rahul Gandhi. And I have not spent time with Priyanka except on one occasion, no, two occasions. She… pic.twitter.com/A40wVsV0vd
— Press Trust of India (@PTI_News) December 15, 2024
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मणिशंकर अय्यर ने मीडिया से एक खास बातचीत में कहा, मुझे 10 साल तक सोनिया गांधी से मिलने का मौका नहीं मिला. एक बार को छोड़कर मुझे राहुल गांधी के साथ विशेष समय बिताने का कोई मौका नहीं दिया गया. एक-दो मौकों को छोड़कर मैंने प्रियंका के साथ कभी समय नहीं बिताया है।
वह मुझसे फोन पर बात करती है, इसलिए मैं उसके संपर्क में हूं।’ तो, मेरे जीवन की विडंबना यह है कि मेरा राजनीतिक करियर गांधी परिवार ने बनाया और गांधी परिवार ने ही बिगाड़ दिया और मुझे ऐसा ही लगता है कि मुझे पार्टी से बाहर रहने की आदत हो गई है। वहीं मैं अब भी पार्टी का सदस्य हूं. मैं कभी पार्टी नहीं बदलूंगा और बीजेपी में तो बिल्कुल नहीं जाऊंगा.
बता दें कि मणिशंकर अय्यर ने कहा कि मैं उनसे (प्रियंका गांधी) मिला और वह हमेशा मेरे प्रति बहुत दयालु रही हैं और मैंने सोचा कि चूंकि राहुल का जन्मदिन जून में था. वहीं इसलिए मैं उनसे राहुल को अपनी शुभकामनाएं देने के लिए कह सकता हूं। जब प्रियंका गांधी ने कहा कि आप खुद राहुल गांधी को क्यों नहीं बुलाते? इस पर मणिशंकर अय्यर ने कहा, ”मैंने कहा कि मैं निलंबित हूं और इसलिए मैं अपने नेता से बात नहीं कर सकता.
उन्होंने कहा, ”मैंने एक पत्र लिखा… खैर यह एक बहाना था, पहले पैराग्राफ में मुझे मेरे जन्मदिन पर बधाई दी गई और फिर पार्टी में मेरी अपनी स्थिति के बारे में सवाल पूछे गए।” उन्होंने आगे कहा कि उन्हें उस पत्र के लिए कभी कोई पावती नहीं मिली।
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