राहुल गांधी ने मलेशिया में कहा कि 'अगर मैं प्रधानमंत्री होता और कोई मुझे नोटबंदी लिखी हुई फाइल देता तो मैं उसे डस्टबिन में फेंक देता. उसे दरवाजे के बाहर कर देता या डस्टबिन में डाल देता, क्योंकि मुझे लगता है कि नोटबंदी के साथ ऐसा ही किए जाने की जरूरत है.'
नई दिल्ली. इन दिनों सिंगापुर और मलेशिया दौरे पर निकले राहुल गांधी ने मलेशिया में एक भाषण के दौरान नोटबंदी की कड़ी आलोचना की. शनिवार को राहुल गांधी कुआलालंपुर में भारतीय कम्युनिटी के लोगों के सवालों का जवाब दे रहे थे. कार्यक्रम के दौरान एक व्यक्ति ने राहुल से पूछा कि अगर वह प्रधानमंत्री होते तो वह किस प्रकार नोटबंदी को लागू करते? इस पर राहुल ने कहा कि ‘अगर मैं प्रधानमंत्री होता और कोई मुझे नोटबंदी लिखी हुई फाइल देता तो मैं उसे डस्टबिन में फेंक देता. उसे दरवाजे के बाहर कर देता या डस्टबिन में डाल देता, क्योंकि मुझे लगता है कि नोटबंदी के साथ ऐसा ही किए जाने की जरूरत है.’ कांग्रेस ने अपने ट्विटर पर इस कार्यक्रम से जुड़ा एक विडियो भी शेयर किया है.
गौरतलब है कि 8 नवंबर 2016 को अचानक 1000 और 500 के नोट बंद किए जाने की राहुल कड़ी निंदा करते रहे हैं. तब राहुल गांधी ने इस फैसले को ‘त्रासदी’ तक करार दिया था. इसके अलावा उनकी पार्टी कांग्रेस ने नोटबंदी के एक साल पूरे होने पर देश भर में ‘ब्लैक डे’ भी मनाया था. नोटबंदी को लेकप कांग्रेस का कहना था कि सरकार के इस फैसले से जनता को मुसीबतों का सामना करना पड़ा, बेरोजगारी बढ़ी, लोगों को अपने पैसे के लिए दिक्कतें हुईं.
Congress President Rahul Gandhi tells us how he would have rolled out #Demonetisation better. #RGinMalaysia pic.twitter.com/2Tm82a8fjU
— Congress (@INCIndia) March 10, 2018
बता दें कि अचानक नोटबंदी के आम लोगों को काफी परेशानी हुई थी. हालांकि, कुछ समय बाद 500 और 2000 के नए नोट बाजार में उतारे गए थे. सरकार के मुताबिक उनका यह कदम देश से भ्रष्टाचार और कालाधन खत्म करने के लिए उठाया गया था.
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