Rahul Gandhi on NITI Aayog: कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट कर पीएम नरेंद्र मोदी के नीति आयोग के बदले योजना आयोग लाने की बात कही है. उन्होंने कहा कि अगर लोकसभा चुनाव 2019 में कांग्रेस पार्टी की जीत होती है तो वह यह कदम उठाएंगे. इसके साथ ही राहुल ने मोदी सरकार की जमकर अलोचना की. उन्होंने कहा कि नीति आयोग ने कोई भी काम नहीं किया है.
नई दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने लोकसभा चुनाव 2019 में अपनी पार्टी की जीत के लिए कई वादे आम जनता से किए हैं. इस क्रम में राहुल ने शुक्रवार को ट्वीट कर पीएम नरेंद्र मोदी के नीति आयोग के बदले योजना आयोग लाने की बात कही. कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि इस बार लोकसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी की जीत होने पर वह यह कदम उठाएंगे. इसके साथ ही राहुल गांधी ने मोदी सरकार की जमकर अलोचना की है.
राहुल गांधी ने कहा कि इस आयोग ने कोई भी बेहतर काम नहीं किया है, बल्कि आंकड़ों में हेरा-फेरी की है. उन्होंने कहा कि नीति आयोग की जगह योजना आयोग लाया जाएगा. इस आयोग में सदस्य संख्या 100 से भी कम की रखी जाएगी.
राहुल के इस बयान से सियासी हंगामा मच चुका है. नीति आयोग के चेयरमैन राजीव कुमार ने इस फैसले पर आपत्ति जताई है. उन्होंने कहा कि अगर योजना आयोग बनता है तो इससे देश की अर्थव्यवस्था पर बहुत बुरा असर पड़ेगा. बता दें कि राजीव के इस विरोध के बाद कांग्रेस के कई नेताओं ने चुनाव आयोग से राजीव कुमार की शिकायत भी की थी.
If voted to power, we will scrap the NITI Aayog. It has served no purpose other than making marketing presentations for the PM & fudging data.
We will replace it with a lean Planning Commission whose members will be renowned economists & experts with less than 100 staff.
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) March 29, 2019
बताते चले कि राहुल ने हाल ही में पीएम मोदी पर हरियाणा के करनाल में रोड शो के बाद हमला किया था. उन्होंने कहा था कि पीएम मोदी आम लोगों से पैसा लेकर अनिल अंबानी और मेहुल चौकसी जैसे कारोबारियों को देते हैं. ऐसे में बीजेपी की तरफ से कांग्रेस के विरोध में कई बयान भी आए थे.
राहुल गांधी इन दिनों जोर-शोर से चुनाव प्रचार में लगे हैं वही बीजेपी की तरफ से भी इस लोकसभा चुनाव को जीतने के लिए भरपूर प्रचार-प्रसार किया जा रहा है. ऐसे में साल 2019 का रण किसका होगा. इस पर सभी की निगाहें हैं. इस लोकसभा चुनाव के लिए यूपी में सपा-बसपा के गठबंधन के बाद से भी कांग्रेस और बीजेपी का चुनावी मुकबला कड़ा होता जा रहा है.