Rahul Gandhi on India China Border Dispute: रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने भारत और चीन के बीच लंबे समय से चल रहे सीमा विवाद पर एक बड़ा ऐलान किया है. उन्होंने बताया कि पैंगॉन्ग लेक के पास विवाद पर भारत और चीन के बीच समझौता हो गया है और दोनों देशों की सेनाएं वहां से पीछे हट रही हैं. वहीं अब इस पूरे मामले पर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी का बड़ा बयान सामने आया है.
नई दिल्ली : बीते दिन राज्यसभा में रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने भारत और चीन के बीच लंबे समय से चल रहे सीमा विवाद पर एक बड़ा ऐलान किया है. उन्होंने बताया कि पैंगॉन्ग लेक के पास विवाद पर भारत और चीन के बीच समझौता हो गया है और दोनों देशों की सेनाएं वहां से पीछे हट रही हैं. वहीं अब इस पूरे मामले पर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी का बड़ा बयान सामने आया है. दरअसल, एक प्रेस वार्ता के दौरान राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हिंदुस्तान की जमीन चीन को पकड़ाई है यह सच्चाई है. मोदी जी इसका जवाब दें. मोदी जी ने चीन के सामने सिर झुका दिया है, जो रणनीतिक क्षेत्र है जहां चीन अंदर आकर बैठा है उसके बारे में रक्षा मंत्री ने एक शब्द नहीं बोला.
राहुल गांधी ने प्रेस वर्ता में आगे कहा कि पीएम मोदी ने भारतीय क्षेत्र को चीन को क्यों दिया? इसका जवाब उन्हें और रक्षा मंत्री को देना चाहिए. क्यों सेना को कैलाश रेंज से पीछे हटने को कहा गया? देपसांग प्लेन्स से चीन वापस क्यों नहीं गया? हमारी जमीन फिंगर-4 तक है. पीएम मोदी ने फिंगर-3 से फिंगर-4 की जमीन चीन को पकड़ा दी है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री डरपोक हैं, जो चीन के खिलाफ खड़े नहीं हो सकते. वे हमारी सेना के जवानों के बलिदान पर थूक रहे हैं. वे सेना के बलिदान को धोखा दे रहे हैं. भारत में किसी को भी ऐसा करने की इजाजत नहीं दी जानी चाहिए प्रधानमंत्री इस पर क्यों नहीं बोल रहे हैं.
बता दें कि भारत और चीन के बीच पूर्वी लद्दाख इलाके में मार्च-अप्रैल 2020 से सीमा विवाद शुरू है. उस समय पूर्वी लद्दाख के इलाके में चीनी सेना ने घुसपैठ की थी और तय LAC को पार किया था. इसके बाद चीन की ओर से पीछे हटने से मना किया गया, जिसके बाद दोनों सेनाओं मे विवाद बढ़ गया. जून 2020 में भारत-चीन के बीच हिंसक झड़प हुई जिसमें भारत के 20 जवान शहीद हो गए थे. जिसके बाद अब दोनों देशो के बीच रिश्ता फिर से सामान्य होता दिख रहा है. जिसके चलते गुरुवार को राज्यसभा में राजनाथ सिंह ने कहा कि चीन से हमारी लगातार बातचीत के बाद के कारण हम पैंगोंग सो झील के उत्तरी और दक्षिण किनारे से हम सहमति के इस बिंदु तक पहुंचे हैं. चीन के रक्षा मंत्रालय ने बुधवार को कहा था कि दोनों देशों के अग्रिम मोर्चे पर तैनात सैनिक पीछे झील के किनारे से हटना शुरू हो गए हैं.