सिंगापुर में राहुल गांधी को घेरने के चक्कर में खुद घिरे अर्थशास्त्री पीके बसु, वर्ल्ड बैंक के आंकड़ों से खुली पोल

सिंगापुर में प्रॉफेसर बासु ने राहुल गांधी से पूछा कि ‘आखिर क्या वजह है कि जितने सालों तक आपके परिवार ने देश में राज किया तब प्रति व्यक्ति आय विश्व के औसत आंकड़े से कहीं नीचे रही और जैसे ही आपके परिवार के प्रधानमंत्री ने पद छोड़ा भारत की प्रति व्यक्ति आय तेजी से बढ़ी.’ इसपर राहुल के जवाब से वह सन्न रह गए.

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सिंगापुर में राहुल गांधी को घेरने के चक्कर में खुद घिरे अर्थशास्त्री पीके बसु, वर्ल्ड बैंक के आंकड़ों से खुली पोल

Aanchal Pandey

  • March 9, 2018 5:44 pm Asia/KolkataIST, Updated 7 years ago

नई दिल्ली. तीन दिनों के लिए सिंगापुर के दौरे पर गए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी जब वहां नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ सिंगापुर के ली क्वान स्कूल ऑफ पब्लिक पॉलिसी में पहुंचे तो कार्यक्रम के दौरान सवाल जवाब का दौर भी चला. इस बीच वहां बैठे प्रॉफेसर पीके बासु ने अपने तीखे सवाल से राहुल गांधी को घेरने की कोशिश की. यूपीए के राज में भारत में आर्थिक गिरावट को लेकर अपनी किताब ‘एशियन रीबार्न’ के लिए पहचाने जाने वाले प्रॉफेसर बासु ने राहुल से पूछा कि ‘आखिर क्या वजह है कि जितने सालों तक आपके परिवार ने देश में राज किया तब प्रति व्यक्ति आय विकास विश्व के औसत आंकड़े से कहीं नीचे रही और जैसे ही आपके परिवार के प्रधानमंत्री ने पद छोड़ा भारत की प्रति व्यक्ति आय तेजी से बढ़ी.’

प्रोफेसर के इस सवाल का जवाब देते हुए राहुल ने सवाल दागा कि ‘क्या आप मानते हैं कि भारत एक कामयाब देश है?’  इसपर प्रोफेसर का जवाब आता है ‘हां लेकिन आपके परिवार का कार्यकाल खत्म होने के बाद ये हो सका है.’ इस पर पलट पर राहुल ने कहा कि पहले आप ये तय करके बताएं कि साल 2004 से लेकर 2014 तक आप कांग्रेस के कार्यकाल में मेरी कोई भूमिका मानते हैं या नहीं. इसपर प्राफेसर ने कोई जवाब नहीं दिया. कांग्रेस ने इसका एक वीडियो ट्विटर पर शेयर किया है जिसे पीके बासु ने डॉक्टर्ड बताया है. साथ ही उन्होंने कहा है कि इसके लिए वे राहुल गांधी पर केस करेंगे.

बता दें कि कांग्रेस के काल में गांधी परिवार के आखिरी प्रधानमंत्री राजीव गांधी थे जो कि 1984 से लेकर 1989 तक पीएम के पद पर आसीन रहे ऐसे में वर्ल्ड बैंक के आंकड़े देखें तो किताब लिख चुके प्रफेसर पीके बासु का आंकड़ा गलत मालूम होता है.

(PER CAPITA INCOME GROWTH IN %)

बसु ने सवाल में साफ तौर पर दोहराया कि जब राहुल गांधी के परिवार के लोग प्रधानमंत्री पद से हटे लेकिन राजीव गांधी के कार्यकाल में पर कैपिटा आय की वृद्धि के मामले में भारत दुनिया की औसत से आगे था. अगर हम ये मान लें कि वो कांग्रेस पार्टी की बात कर रहे थे तो हम पीवी नरसिम्‍हा राव और मनमोहन सिंह की सरकार के दौरान का आंकड़े देख लेते हैं. 21 जून 1991 से लेकर 16 मई 1996 तक पीवी नरसिंहा राव प्रधानमंत्री रहे. ऐसे में इस समयकाल का आंकड़ा देखें.

इसके बाद 2004 से लेकर 2014  तक फिर कांग्रेस की सरकार आई और मनमोहन सिंह ने पीएम का पद संभाला. मनमोहन सिंह 1991 से  1996 तक पीवी नरसिंहा राव की सरकार में वित्त मंत्री भी रहे थे. उसी सरकार ने देश में आर्थिक उदारीकरण की शुरुआत की थी. इस बीच भारत में प्रति व्यक्ति आय विकास दर का आंकड़ा देखें.

स्रोत – विश्व बैंक रिपोर्ट

साभार- गूगल

कांग्रेस द्वारा ट्वीट किए गए वीडियो में राहुल ने पीके बसु को करारा जवाब देते हुए कहा है कि ‘यहां मौजूद लोगों में से जिसे भी ये लगता हे कि भारत की आजादी, टेलीकॉम रिवाल्यूशन, ग्रीन रिवाल्यूशन या फिर उदारीकरण कांग्रेस के कार्यकाल में सरकार की कामयाबी हिस्सा नहीं है उसे एक नई बुक लिखने की जरूरत है.’ प्रोफेसर बसु को राहुल गांधी के इस जवाब की सोशल मीडिया पर जमकर तारीफ हो रही है.

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