नई दिल्ली: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं पिछले 4 महीने में उन्हें 4 बार बड़े झटके लग चुके हैं जहां पहले सूरत की निचली अदालत ने चार साल पुराने मामले में उन्हें दोषी करार करते हुए दो साल की सजा सुनाई. इसके बाद उनकी […]
नई दिल्ली: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं पिछले 4 महीने में उन्हें 4 बार बड़े झटके लग चुके हैं जहां पहले सूरत की निचली अदालत ने चार साल पुराने मामले में उन्हें दोषी करार करते हुए दो साल की सजा सुनाई. इसके बाद उनकी संसद सदस्यता रद्द हो गई जहां तीसरी बार सेशन कोर्ट से भी झटका खाने के बाद आज हाई कोर्ट ने भी राहुल गांधी की याचिका ख़ारिज कर दी है और उनकी दो साल की सजा को बरकरार रखा है.
"समर शेष है, जनगंगा को खुल कर लहराने दो
शिखरों को डूबने और मुकुटों को बह जाने दो
पथरीली ऊँची जमीन है? तो उसको तोड़ेंगे
समतल पीटे बिना समर की भूमि नहीं छोड़ेंगे
समर शेष है, चलो ज्योतियों के बरसाते तीर
खण्ड-खण्ड हो गिरे विषमता की काली जंजीर"श्री राहुल गांधी जी इस अहंकारी सत्ता के…
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) July 7, 2023
शुक्रवार सुबह गुजरात हाई कोर्ट ने राहुल गांधी की याचिका को ख़ारिज करते हुए फैसला सुनाया. इसके बाद राहुल गांधी की बहन और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने ट्विटर पर लंबा चौड़ा नोट शेयर किया है. राहुल गांधी के खिलाफ आए हाईकोर्ट के इस फैसले पर प्रियंका गांधी लिखती हैं, ‘राहुल गांधी इस अहंकारी सत्ता के सामने सत्य और जनता के हितों की लड़ाई लड़ रहे हैं। अहंकारी सत्ता चाहती है कि जनता के हितों के सवाल न उठें, अहंकारी सत्ता चाहती है कि देश के लोगों की जिंदगियों को बेहतर बनाने वाले सवाल न उठें, अहंकारी सत्ता चाहती है कि उनसे महंगाई पर सवाल न पूछे जाएं, युवाओं के रोजगार पर कोई बात न हो, किसानों की भलाई की आवाज न उठे, महिलाओं के हक की बात न हो, श्रमिकों के सम्मान के सवाल को न उठाया जाए।’
वह आगे लिखती हैं, अहंकारी सत्ता सच को दबाने के लिए हर हथकंडे आजमा रही है, जनता के हितों से जुड़े सवालों से भटकाने के लिए साम, दाम, दंड, भेद, छल, कपट: सब अपना रही है। लेकिन, सत्य, सत्याग्रह, जनता की ताकत के सामने न तो सत्ता का अहंकार ज्यादा दिन टिकेगा और न ही सच्चाई पर झूठ का परदा। राहुल गांधी जी ने इस अहंकारी सत्ता के सामने जनता के हितों से जुड़े सवालों की ज्योति जलाकर रखी है।
अपने इस ट्वीट के आखिर में प्रियंका गांधी ने लिखा, इसके लिए वे हर कीमत चुकाने को तैयार हैं और तमाम हमलों व अहंकारी भाजपा सरकार के हथकंडों के बावजूद एक सच्चे देशप्रेमी की तरह जनता से जुड़े सवालों को उठाने से पीछे नहीं हटे हैं। जनता का दर्द बांटने के कर्तव्य पथ पर डटे हुए हैं। अंत में उन्होंने ‘सत्य की जीत होगी,जनता की आवाज जीतेगी।’ कहकर अपने ट्वीट को ख़त्म किया. बता दें, हाईकोर्ट के फैसले से राहुल गांधी की मुश्किलें बढ़ गई हैं जहां उनके लिए लोकसभा चुनाव की राह कठिन दिखाई दे रही है.