नई दिल्ली: संसद की सुरक्षा में हुई चूक को लेकर सियासत जारी है. विपक्षी दल इस मुद्दे को लेकर केंद्र सरकार पर हमलावर हैं. इस बीच कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने संसद की सुरक्षा में हुई चूक को लेकर बड़ा बयान दिया. उन्होंने कहा कि ऐसा क्यों हुआ? देश में मुख्य मुद्दा बेरोजगारी है. पीएम […]
नई दिल्ली: संसद की सुरक्षा में हुई चूक को लेकर सियासत जारी है. विपक्षी दल इस मुद्दे को लेकर केंद्र सरकार पर हमलावर हैं. इस बीच कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने संसद की सुरक्षा में हुई चूक को लेकर बड़ा बयान दिया. उन्होंने कहा कि ऐसा क्यों हुआ? देश में मुख्य मुद्दा बेरोजगारी है. पीएम मोदी की नीतियों के कारण देश के युवाओं को रोजगार नहीं मिल रहा है. इस घटना के पीछे यही सब कारण है.
वहीं, कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने संसद की सुरक्षा में हुई चूक पर कहा कि यह गंभीर मुद्दा है और सरकार को इस पर ध्यान देना चाहिए. हम संसद में बार-बार कह रहे हैं कि केंद्रीय गृह मंत्री को सदन में आकर बयान देना चाहिए. लेकिन वे नहीं आना चाहते. वे (भाजपा) सदन चलने देने को तैयार नहीं हैं.
बता दें कि शुक्रवार को संसद घुसपैठ मामले में मास्टरमाइंड ललित मोहन झा को दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट ने 7 दिन की रिमांड पुलिस रिमांड पर भेज दिया. बता दें कि ललित ने गुरुवार देर रात दिल्ली पुलिस थाने में आत्म समर्पण कर दिया था. बताया जा रहा है कि ललित महेश नाम के एक व्यक्ति के साथ दिल्ली के कर्तव्य पथ पर स्थित पुलिस स्टेशन पहुंचा था.
जानकारी के मुताबिक ललित मोहन झा ने संसद में घुसपैठ का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म इंस्टाग्राम पर डाला था. इसके साथ ही उसने वीडियो को कोलकाता के एक एनजीओ को भी भेजा था, ताकि वो मीडिया तक पहुंच सके. इसके बाद ललित मौके से फरार हो गया था. वह अपने साथ चारों साथियों का मोबाइल फोन भी ले गया था, जिसे उसने जला दिया.
चारों साथियों का मोबाइल जलाने के बाद ललित बस से राजस्थान के नागौर जिले में पहुंचा. वहां उसने अपने दो दोस्तों से मुलाकात की और एक होटल में रात बिताई. इसके बाद जब उसे एहसास हुए कि दिल्ली पुलिस उसे ढूंढ रही है तो वह एक दोस्त के साथ बस के जरिए वापस दिल्ली आ गया. यहां उसने पुलिस स्टेशन में सरेंडर कर दिया. फिलहाल ललित मोहन दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की कस्टडी में है.