Rahul Gandhi 7 Political Shockers: राहुल गांधी ने अपने राजनीतिक करियर में 7 ऐसे फैसले लिए जिसने कांग्रेस और बीजेपी से लेकर आम जनता तक को चौंका दिया. गांधी परिवार जैसे बड़े राजनीतिक घराने से आने के बावजूद राहुल गांधी ने खुद को जनता से जोड़े रखा. 2009 में यूपीए में सत्ता में आने के दौरान राहुल गांधी के पास प्रधानमंत्री बनने का मौका था लेकिन उन्होंने पीएम पद में कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई. संसद में राहुल गांधी का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से गले मिलने वाला कदम भी हैरान करने वाला था,
नई दिल्ली. राहुल गांधी ने अपने अब तक के राजनीतिक करियर में कुछ ऐसे फैसले लिए जिसने कांग्रेस पार्टी से लेकर बीजेपी और आम जनता तक सबको चौंका कर रख दिया. राहुल गांधी ने अपने राजनीतिक पारी की शुरुआत से ही अलग राह चुनी और खुद को जवाहरलाल नेहरू, इंदिरा गांधी और राजीव गांधी से अलग रखा. राहुल गांधी ने 2013 में अपनी ही सरकार के खिलाफ बगावती तेवर भी दिखाए और मनमोहन सिंह सरकार द्वारा लाए जाने वाले दागियों को बचाने वाले अध्यादेश को मीडिया के सामने फाड़ दिया था. चुनावों से पहले उन्होंने बीजेपी को रोकने के लिए दूसरी पार्टियों से गठबंधन भी किया. 2018 में संसद में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को गले लगाकर भी राहुल गांधी ने खूब सुर्खियां बटोरीं. लोकसभा चुनाव 2019 से पहले कांग्रेस में अंदर से प्रियंका गांधी को मुख्यधारा की राजनीति में लाने की मांग उठी थी, लेकिन राहुल गांधी ने उसे दरकिनार करते हुए प्रियंका को पार्टी महासचिव बनाकर सिर्फ पूर्वी यूपी की कमान सौंप दी थी. हाल ही में जब लोकसभा चुनाव 2019 के बाद कांग्रेस को बुरी तरह हार मिली तो राहुल गांधी ने पार्टी अध्यक्ष पर से इस्तीफा देकर भी सबको हैरान कर दिया. आइए जानते हैं कि ऐसे कौनसे मौके हैं जब राहुल गांधी ने अपने राजनीतिक फैसलों से सबको चौंका दिया.