नई दिल्ली: लद्दाख के सियाचिन में तैनात अग्निवीर अक्षय लक्ष्मण शहीद हुए हैं. लाइन ऑफ ड्यूटी पर तैनाती के दौरान शहीद हुए लक्ष्मण पहले अग्निवीर हैं. आपको बता दें कि अक्षय लक्ष्मण भारतीय सेना के फायर एंड फ्यूरी कॉर्प्स का हिस्सा थे. फायर एंड फ्यूरी कॉर्प्स ने शहीद जवान को ट्विटर पर श्रद्धांजलि दी है. […]
नई दिल्ली: लद्दाख के सियाचिन में तैनात अग्निवीर अक्षय लक्ष्मण शहीद हुए हैं. लाइन ऑफ ड्यूटी पर तैनाती के दौरान शहीद हुए लक्ष्मण पहले अग्निवीर हैं. आपको बता दें कि अक्षय लक्ष्मण भारतीय सेना के फायर एंड फ्यूरी कॉर्प्स का हिस्सा थे. फायर एंड फ्यूरी कॉर्प्स ने शहीद जवान को ट्विटर पर श्रद्धांजलि दी है. शहीद जवान की तस्वीर को शेयर करते हुए फायर एंड फ्यूरी कॉर्प्स ने लिखा कि बर्फ में खामोश हैं जब बिगुल बजेगा तो वे उठेंगे और फिर से मार्च करेंगे।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक शहीद जवान लक्ष्मण को दुनिया के सबसे ऊंचे युद्ध क्षेत्र सियाचिन में तैनात किया गया था. 22 अक्टूबर को शहीद जवान के पार्थिव शरीर को उनके घर भेजा गया। आपको बता दें कि अक्षय लक्ष्मण मूल रूप से महाराष्ट्र के रहने वाले थे. वहीं अग्निवीर बनने के बाद अक्षय लक्ष्मण की पहली तैनाती भारतीय सेना के फायर एंड फ्यूरी कॉर्प्स में हुई थी।
आपको बता दें कि शहीद जवान लक्ष्मण के परिजनों को 48 लाख रुपये गैर-अंशदायी बीमा, 44 लाख रुपये की अनुग्रह राशि, सेवा निधि में अग्निवीर द्वारा दिए गए 30 फीसदी योगदान, उसमें सरकार का भी बराबर योगदान और पूरी राशि पर ब्याज दिया जाएगा। साथ ही परिजनों को मृत्यु की तारीख से 4 साल पूरे होने तक शेष कार्यकाल के लिए भी वेतन दिया जाएगा। यह राशि 13 लाख से ज्यादा होगी। ये भी बता दें कि सशस्त्र बल युद्ध हताहत कोष से शहीद जवान के परिजनों को आठ लाख रुपये का योगदान दिया जाएगा।
अग्निवीर अक्षय लक्ष्मण की मौत पर राहुल गांधी ने श्रद्धांजलि दी, उन्होंने ट्विटर पर लिखा है कि सियाचिन में अग्निवीर गवाते अक्षय लक्ष्मण की शहादत का समाचार बहुत दुखद है. उनके परिवार को मेरी गहरी संवेदनाएं। राहुल गांधी ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि एक युवा देश के लिए शहीद हो गया-सेवा के समय न ग्रेच्युटी न अन्य सैन्य सुविधाएं और शहादत में परिवार को पेंशन तक नहीं। अग्निवीर भारत के वीरों के अपमान की योजना है!
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