Rafale Deal: राफेल मुद्दा एक बार फिर चर्चा में है. राहुल गांधी ने एक रिपोर्ट के हवाले से कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राफेल डील घोटाले में शामिल हैं. इस रिपोर्ट पर सवाल खड़े होने के बाद एक और दावा किया गया है जिसमें कहा गया है कि फ्रांस सरकार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को राफेल डील से जुड़ा एक पत्र लिखा था.
नई दिल्ली. एक तरफ सरकार राफेल जेट डील को लेकर विरोध झेल रही है वहीं दूसरी ओर कहा जा रहा है कि फ्रांस प्रधानमंत्री ने पीएम नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा था जिसमें कहा था कि उनकी सरकार पूरी तरह से राफेल डील के कॉन्ट्रेक्ट में कंपनी द्वारा किए गए वादों का समर्थन करेगी. विपक्ष और कांग्रेस ने सरकार पर राफेल डील को लेकर जमकर निशाना साधा है. उन्होंने कहा था कि सरकार ने राफेल डील के दौरान फ्रांस सरकार से संप्रभुता की गारंटी नहीं ली थी. अब खुलासा हुआ है कि फ्रांस के तत्कालीन प्रधानमंत्री मैनुअल वाल्स ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपनी ओर से पत्र लिखकर पूर्ण समर्थन की बात कही थी.
इस पत्र में फ्रांस के तत्कालीन प्रधानमंत्री ने लिखा था, ‘मैं निश्चित करता हूं की फ्रांस सरकार वो सब करने के लिए प्रतिबद्ध है जिससे डसॉल्ट एविएशन और फ्रांस एमबीडीए इंटर-गवर्नमेंट करार में किए अपने वादों पर खरी उतरे.’ उन्होंने कहा था कि ‘दोनों सरकारों के बीच में बातचीत एक इंटर-गवर्नमेंट करार के द्वारा परिभाषित है. ये दो सरकारों के बीच एक काम को करने के लिए आपसी फैसला है.’ ये पत्र फ्रांस के तत्कालीन प्रधानमंत्री मैनुअल वाल्स ने 8 सितंबर 2016 को लिखा था.
The then French Prime Minister Manuel Valls had written to Prime Minister Narendra Modi in 2016 saying that 'their govt would fully back the obligations made by their firms in the contract'. #RafaleDeal pic.twitter.com/G4Sz4ejzzO
— ANI (@ANI) February 8, 2019
हालांकि फ्रांस प्रधानमंत्री के पत्र में कहा गया है कि ‘हमारी समझौता करने वाली टीम और दोनों देशों के तत्कालीन रक्षा मंत्रियों के बीच हुई बात के बाद, मैं आपको फ्रांस सरकार की ओर से पूरा समर्थन देता हूं खासतौर पर कंपनियों को वादे पर खरा उतारने की कोशिश करने के लिए.’ बता दें कि भारतीय सरकार और फ्रांस कंपनियों के बीच 36 राफेल जेट खरीदने की 59,000 करोड़ रुपये की डील सितंबर 2016 में हुई थी.