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राफेल डील पर कांग्रेस के आरोपों को रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने बताया बेबुनियाद

लड़ाकू विमान राफेल पर इन दिनों राजनीति गरमाई हुई है. कांग्रेस और बीजेपी एक-दूसरे पर आरोप लगा रहे है. कांग्रेस के आरोप को रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने सिरे से नकारा है. वहीं रक्षा मंत्री की इस प्रतिक्रिया पर कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने फिर सवाल उठाए हैं.

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Nirmala Sitaraman
  • November 18, 2017 9:19 am Asia/KolkataIST, Updated 7 years ago

नई दिल्लीः राफेल डील पर चल रहे आरोप-प्रत्यारोप के चलते रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने शुक्रवार को कहा कि कांग्रेस द्वारा लगाए गए 36 राफेल लड़ाकू विमानों की खरीद संबंधी सौदे से जुड़े आरोप बेबुनियाद हैं. उन्होंने कहा कि विपक्ष के विरोध पर ऐसी कलह सशस्त्र बलों के लिए नुकसानदायक है. बता दें कि कांग्रेस ने बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कहा था कि एक कारोबारी को फायदा पहुंचाने के लिए प्रधानमंत्री मोदी ने सौदे को ही बदल डाला. निर्मला सीतारमण द्वारा दिए गए बयान पर कांग्रेस ने भी पलटवार किया है. कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने आरोप लगाया है कि राफेल सौदे को लेकर रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण का बयान देश को गुमराह करने वाला है.

निर्मला सीतारपमण ने बताया कि वायुसेना की फौरी जरूरत की वजह से यह करार बेहद जरूरी था. रक्षा मंत्री ने कहा कि सौदे में पारदर्शी प्रक्रिया का पालन किया गया. उन्होंने कहा कि यूपीए सरकार विमान खरीदने के प्रस्ताव पर 10 साल तक चुप बैठी थी, अब बेबुनियाद आरोप लगा रही है. उनके इस बयान पर सुरजेवाला ने कहा कि मोदी सरकार विमान की कीमत क्यों छिपा रही है.

कांग्रेस को रास नहीं आई सरकार की सफाई
कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने बीजेपी पर विमान की असली कीमत व उससे जुड़े तथ्यों को छिपाने का आरोप लगाया. उन्होंन कहा यह सौदा रक्षा नियमों की अनदेखी तक किया गया. एक व्यवसायी को फायदा पहुंचाने के लिए यह सौदा बदल कर रख दिया. कांग्रेस ने मोदी सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा कि क्या यह सच नहीं है कि 10 अप्रैल 2015, को जब प्रधानमंत्री ने 36 राफेल विमान खरीदने की घोषणा की, तब तक निगोशिएशंस कमेटी (सीएनसी) और प्राइस निगोशिएशंस कमेटी (पीएनसी) ने कोई फैसला नहीं किया था।

अनिल अंबानी को कांट्रेक्ट देने पर सवाल
पार्टी ने सवाल उठाया है कि जब हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) और राफेल बनाने वाली कंपनी दासौ एविशन के बीच अप्रैल 2014 से ही करार था, तो ऑफसेट कांट्रैक्ट क्यों नहीं दिया गया? कांग्रेस ने राफेल खरीदने की प्रधानमंत्री की घोषणा के दौरान अनिल अंबानी की मौजूदगी पर भी सवाल उठाया है।

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https://youtu.be/togkBFtBoD4

 

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