Qatar: कतर में मौत की सजा पाए पूर्व अधिकारियों से मिले भारतीय राजदूत, इन मुद्दों पर रखी अपनी बात

नई दिल्लीः कतर में नौसेना के आठ पूर्व अधिकारियों को मौत की सजा के मामले में भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने बड़ी जानकारी दी है। उन्होंने कहा कि इस मामले में हमने उनके परिवारों की ओर से एक अपील दायर की थी। साथ ही कैदियों की भी एक अपील है। तबसे इस मामले में […]

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Qatar: कतर में मौत की सजा पाए पूर्व अधिकारियों से मिले भारतीय राजदूत, इन मुद्दों पर रखी अपनी बात

Sachin Kumar

  • December 7, 2023 6:26 pm Asia/KolkataIST, Updated 11 months ago

नई दिल्लीः कतर में नौसेना के आठ पूर्व अधिकारियों को मौत की सजा के मामले में भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने बड़ी जानकारी दी है। उन्होंने कहा कि इस मामले में हमने उनके परिवारों की ओर से एक अपील दायर की थी। साथ ही कैदियों की भी एक अपील है। तबसे इस मामले में दो बार सुनवाई हो चुकी हैं। हम मामले पर करीब से नजर रख रहे हैं और सभी कानूनी और कांसुलर सहायता प्रदान की जा रही है। इस बीच, हमारे राजदूत ने तीन दिसंबर को जेल में उन सभी 8 पूर्व अधिकारियों से मिले थे। यह बहुत संवेदनशील मुद्दा है। इस मामले में हम जो कुछ कर सकते हैं, हम करते रहेंगे।

पन्नू मामले में भी विदेश मंत्रालय ने रखी अपनी बात

वहीं सिख फॉर जस्टिस यानी एसएफजे प्रमुख पन्नू की संसद पर हमला करने की धमकी पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने बताया कि हम इन धमकियों को गंभीरता से ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि मैं उन चरमपंथियों की खोज के लिए बहुत अधिक विश्वसनीयता नहीं बढ़ाना चाहता, इससे धमकी देने वालों को बहुत पब्लिसीटी मिलती है। हमने अमेरिका और कनाडाई अधिकारियों के सामने इस मामले पर अपनी बात रखा है। आतंकवादियों की इच्छा होती है कि वे किसी मुद्दे पर मीडिया कवरेज चाहते हैं। एयर इंडिया को धमकी पर उन्होंने कहा कि हम ऐसी किसी भी धमकी की कड़ी निंदा करते हैं। हमारी सुरक्षा एजेंसियां इस मामले में कड़ी कार्रवाई करेंगी।

भारत में जारी रहेगा अफगान दूतावास का काम

अफगान दूतावास के मुद्दे पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि नई दिल्ली में अफगान दूतावास और मुंबई और हैदराबाद में वाणिज्य दूतावास काम कर रहे हैं। आप झंडे से देख सकते हैं कि वे किसका प्रतिनिधित्व करते हैं और संस्थाओं की स्थिति पर हमारा रुख बिलकुल नहीं बदला है। अफगान राजनयिक यहां अफगान नागरिकों को सेवाएं देना जारी रखेंगे।

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