तिरुमाला मंदिर में किया गया शुद्धिकरण, मांगी भगवान वेंकटेश्वर स्वामी से माफी

अमरावती /नई दिल्ली: तिरुपति मंदिर के लड्डू में जानवरों की चर्बी के इस्तेमाल को लेकर देशभर के श्रद्धालु और संत अपना गुस्सा जाहिर कर रहे हैं। देश के कई मंदिरों ने अब भगवान को बाहर से आने वाले प्रसाद चढ़ाने पर रोक लगा दी है। तिरुपति लड्डू विवाद पर मचे बवाल के बीच सोमवार को तिरुमाला मंदिर में शुद्धिकरण की रस्म की गई।

इस पूजा में मंत्रोच्चार के बीच भगवान वेंकटेश्वर स्वामी से क्षमा मांगी गई। मंदिर के सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार 4 घंटे तक चली इस शुद्धिकरण अनुष्ठान पूजा यानी शांति होमम पंचगव्य प्रोक्षण से भगवान वेंकटेश्वर स्वामी प्रसन्न हुए। प्रसाद के लड्डू में जानवरों की चर्बी की मिलावट को लेकर उठे विवाद के बाद तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (TTD) ने इस महा शांति होमम का आयोजन किया। इस आयोजन में मंदिर के पुजारियों के साथ TTD के अधिकारी भी शामिल हुए।

भगवान वेंकटेश्वर स्वामी को अनुष्ठान से किया प्रसन्न

शांति होमम पंचगव्य प्रोक्षण नामक यह पूजा सुबह 6 बजे से 10 बजे तक तिरुमाला मंदिर को शुद्ध करने के लिए आयोजित की गई। TTD के अनुसार, इस अनुष्ठान का उद्देश्य तिरुपति प्रसाद में पशु चर्बी मिलाने की कथित अपवित्र प्रथा से भगवान वेंकटेश्वर स्वामी को प्रसन्न करना था।

#WATCH | Andhra Pradesh: TTD (Tirumala Tirupati Devasthanams) organised a Maha Shanti Homam in the wake of Laddu Prasadam row.

Executive officer of Tirumala Tirupathi Devastanam (TTD) Shamala Rao and other officials of the Board participated in the Homamam along with the… pic.twitter.com/Gkh7JFeljT

— ANI (@ANI) September 23, 2024

आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने रविवार (22 सितंबर) को मंदिर की पवित्रता का उल्लंघन करने के लिए पिछली YSRCP सरकार पर निशाना साधा। TDP के प्रमुख चंद्रबाबू नायडू ने आरोप लगाया कि जगन मोहन रेड्डी सरकार के दौरान टीटीडी द्वारा घी खरीदने की कई प्रक्रियाओं में बदलाव किया गया था।

सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर

सीएम नायडू ने इस मामले की जांच के लिए एसआईटी के गठन की भी घोषणा की है। सीएम चंद्रबाबू नायडू ने कहा कि प्रसाद के लड्डू में जानवरों की चर्बी के इस्तेमाल के खुलासे से लोगों की भावनाएं को आहत पहुंची हैं। वहीं, तिरुपति लड्डू विवाद को लेकर सुप्रीम कोर्ट में भी याचिका दायर की गई है।

विश्व हिंदू परिषद (VHP) के नेतृत्व में सोमवार को संत समाज की एक बैठक भी आयोजित की जाएंगी। इस बैठक में VHP तिरुपति लड्डू विवाद पर आगे की रणनीति पर संत समाज से राय मांगेगी। प्रसाद पर विवाद के बाद 20 सितंबर को TTD ने कहा था कि इस पवित्र प्रसाद की पवित्रता बहाल कर दी गई है।

 

यह भी पढ़ें :-

मुख्यमंत्री तो बनी पर कुर्सी पर नही बैठीं आतिशी, क्या ऊपर से मिला है ऑर्डर? वजह जानकर हैरान हो जाएंगे

Tags

inkhabarinkhabar HINDI NEWStirumala templeTirupatitirupati laddu controversy
विज्ञापन