नई दिल्लीः पंजाब कांग्रेस में आपसी कलह जारी है। कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू व्यक्तिगत रैली आयोजित करने की वजह से अपने पार्टी नेताओं के ही निशाने पर आ गए हैं। पार्टी की एक वर्ग ने उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की मांग रख दी है। इस पर सिद्धू ने अपना बयान दिया है। उन्होंने गुरुवार […]
नई दिल्लीः पंजाब कांग्रेस में आपसी कलह जारी है। कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू व्यक्तिगत रैली आयोजित करने की वजह से अपने पार्टी नेताओं के ही निशाने पर आ गए हैं। पार्टी की एक वर्ग ने उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की मांग रख दी है। इस पर सिद्धू ने अपना बयान दिया है। उन्होंने गुरुवार यानी 11 जनवरी को कहा कि अनुशासन हर किसी के लिए है, यह कुछ लोगों के लिए अच्छा नहीं हो।
राज्य कांग्रेस मामलों के प्रभारी देवेंद्र यादव से भेंट करने वाले सिद्धू ने कहा कि उनकी सार्वजनिक बैठकें प्रदेश की उनकी तीन दिवसीय यात्रा से पहले तय थीं। उन्होंने बताया कि पार्टी की विचारधारा को लोगों तक ले जाना हर किसी की जिम्मेदारी है। यादव से मिलने जाने से पहले, सिद्धू ने एक्स पर एक वीडियो संदेश पोस्ट किया था। जिसमें कहा गया है कि रीढ़विहीन नेता जो सही के लिए खड़े नहीं हो सकते, वे अब बड़ी-बड़ी बातें कर रहे हैं। हालांकि, उन्होंने अपने व्यंग्यात्मक वीडियो संदेश में किसी का नाम के नाम का जिक्र नहीं किया था।
कई कांग्रेस नेताओं की ओर से राज्य इकाई से पूछे बगैर रैलियां आयोजित करने के लिए सिद्धू के खिलाफ कार्रवाई की मांग करने के बाद, देवेंद्र यादव ने कहा था कि वह पूर्व क्रिकेटर से बात करेंगे। गुरुवार यानी 11 जनवरी को पार्टी के पंजाब मामलों के प्रभारी से मुलाकात के बाद सिद्धू ने कहा कि वह कांग्रेस की विचारधारा का प्रचार-प्रसार करने और कार्यकर्ताओं को पार्टी की विरासत से जोड़ने के लिए लोगों से संपर्क कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में जनता ही सबसे बड़ी ताकत है और सभी का कर्तव्य है कि कांग्रेस की विचारधारा को अपनाकर आलाकमान को सर्वोच्च मानें।
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