मुक्तसर/चंडीगढ़। पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री और शिरोमणि अकाली दल के संरक्षक प्रकाश सिंह बादल का आज अंतिम संस्कार किया जाएगा। प्रकाश सिंह बादल का पार्थिव शरीर बुधवार रात मुक्तसर में उनके पैतृक गांव बादल लाया गया, जहां उनके अंतिम दर्शन के लिए लोगों का तांता लगा हुआ है। इस बीच राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख […]
मुक्तसर/चंडीगढ़। पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री और शिरोमणि अकाली दल के संरक्षक प्रकाश सिंह बादल का आज अंतिम संस्कार किया जाएगा। प्रकाश सिंह बादल का पार्थिव शरीर बुधवार रात मुक्तसर में उनके पैतृक गांव बादल लाया गया, जहां उनके अंतिम दर्शन के लिए लोगों का तांता लगा हुआ है। इस बीच राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार, सांसद प्रफुल्ल पटेल के साथ बादल गांव पहुंचे और प्रकाश सिंह बादल को श्रद्धांजलि अर्पित की। इस दौरान एनसीपी सुप्रीमो ने प्रकाश सिंह बादल के बेटे सुखबीर सिंह बादल से मुलाकात कर उन्हें ढांढस बंधाया।
#WATCH | NCP Chief Sharad Pawar pays last respects to Shiromani Akali Dal patron Parkash Singh Badal at Lambi village in Punjab pic.twitter.com/MSR3jwXMcX
— ANI (@ANI) April 27, 2023
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने पंजाब के पूर्व सीएम प्रकाश सिंह बादल के निधन पर ट्वीट के जरिए शोक जताया। राष्ट्रपति मुर्मू ने ट्वीट कर कहा कि प्रकाश सिंह बादल आजादी के बाद से सबसे बड़े राजनीतिक दिग्गजों में से एक थे। राष्ट्रपति मुर्मू ने इस ट्वीट में आगे लिखा कि सार्वजनिक सेवा में उनका अनुकरणीय करियर काफी हद तक पंजाब तक ही सीमित था, परन्तु देश भर में उनका सम्मान किया जाता था। प्रकाश सिंह बादल का निधन एक शून्य छोड़ गया है। उनके परिजनों और प्रशंसकों के लिए मेरी हार्दिक संवेदनाएं।
पूर्व सीएम प्रकाश सिंह बादल के अंतिम यात्रा में शामिल होने के लिए आने वाली भीड़ को देखते हुए पंजाब पुलिस ने बादल गांव में भारी सुरक्षा के इंतजाम किए हैं। मुक्तसर, फाजिल्का, फिरोजपुर और फरीदकोट जिले की पुलिस को बादल गांव में तैनात किया गया है। फरीदकोट रेंज के आईजी प्रदीप कुमार यादव ने बादल गांव का दौरा कर सुरक्षा व्यवस्था का जाएजा लिया है।
बता दें कि, पांच बार पंजाब के मुख्यमंत्री रहे प्रकाश सिंह बादल का मंगलवार की रात निधन हो गया। मोहाली के फोर्टिस अस्पताल में उन्होंने 95 साल की उम्र में अपनी आखिरी सांस ली। बादल के निधन पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह समेत कई राजनेताओं ने दुख व्यक्त किया है। इसके साथ ही केंद्र सरकार ने दो दिन- 26, 27 अप्रैल को राष्ट्रीय शोक घोषित किया है।