पिछले साल हीरा कारोबारी निरव मोदी पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) को करीब 14 हजार करोड़ रुपये की चपत लगाकर देश छोड़कर भाग गया था. PNB के एमडी सुनील मेहता इसे बीती बात बताते हुए कहते हैं कि उन्हें उम्मीद है कि चालू वित्त वर्ष में बैंक मुनाफे में रहेगा और वृद्धि दर्ज करेगा.
तिरुवनंतपुरमः हीरा कारोबारी निरव मोदी 2017 में पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) को करीब 14 हजार करोड़ रुपये की चपत लगाकर देश छोड़कर फरार हो गया था. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, PNB के प्रबंध निदेशक (एमडी) सुनील मेहता कहते हैं कि निरव मोदी घोटाला बीती बात हो चला है. बैंक इससे धीरे-धीरे बाहर निकल रहा है. मौजूदा वित्त वर्ष में आने वाले आंकड़ों से साफ हो जाएगा कि बैंक अब मुनाफे की ओर आगे बढ़ रहा है. चालू वित्त वर्ष में बैंक मुनाफे में रहेगा और वृद्धि दर्ज करेगा.
एमडी सुनील मेहता बाढ़ पीड़ितों की आर्थिक मदद को जुटाई गई राशि देने के लिए केरल पहुंचे थे. सुनील मेहता ने केरल के मुख्यमंत्री पी. विजयन को 5 करोड़ रुपये का चेक सौंपा. सुनील मेहता ने बताया कि यह रकम पीएनबी के कर्मचारियों और सेवानिवृत्त हो चुके कर्मियों ने इकट्ठा किया था, जिससे केरल को फिर से खड़ा करने में मदद मिल सके. इसी दौरान पत्रकारों के सवालों पर उन्होंने पीएनबी की आर्थिक हालत का जिक्र करते हुए चालू वित्त वर्ष में बैंक के मुनाफे में होने की उम्मीद जताई.
सुनील मेहता ने कहा कि बैंक द्वारा 2018-19 में कई अहम फैसले लिए गए हैं, आर्थिक व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए विभिन्न कदम उठाए गए हैं जिससे पूर्व में हुए घोटाले से उबरा जा सकता है. मेहता ने कहा, ‘पीएनबी ने दिखा दिया है कि वह बड़े से बड़े नुकसान से बाहर आ सकता है. उम्मीद है कि इसी वित्त वर्ष (2018-2019) में बैंक का मुनाफा दिखेगा. 30 अक्टूबर को बैंक की एक्स्ट्रा जनरल मीटिंग (EGM) होगी. अनुमति मिलने के बाद बैंक में फंड इंफ्यूजन किया जाएगा.
सुनील मेहता ने आगे कहा कि अपनी स्थिति को बेहतर करने के लिए बैंक केंद्र सरकार से 5,341 करोड़ रुपये का कैपिटल सपोर्ट चाहता है. इसका इस्तेमाल बैंक की ग्रोथ के लिए किया जाएगा. बताते चलें कि 2018-19 के पहली तिमाही में पीएनबी को 940 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था.
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