पंजाब: चंडीगढ़। पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता चरणजीत सिंह चन्नी की मुश्किलें बढ़ गई है. अवैध रेत खनन और अधिकारियों की ट्रांसफर-पोस्टिंग मामले में उन्हें पूछताछ के लिए समन जारी किया है. पूर्व मुख्यमंत्री को 16 अप्रैल को प्रवर्तन निदेशालय (ED) के सामने पेश होना है। अवैध रेत खनन सहित कई आरोप बता […]
चंडीगढ़। पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता चरणजीत सिंह चन्नी की मुश्किलें बढ़ गई है. अवैध रेत खनन और अधिकारियों की ट्रांसफर-पोस्टिंग मामले में उन्हें पूछताछ के लिए समन जारी किया है. पूर्व मुख्यमंत्री को 16 अप्रैल को प्रवर्तन निदेशालय (ED) के सामने पेश होना है।
बता दे कि पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत चन्नी (Charanjit Channi) के ऊपर अवैध रेत खनन के साथ अधिकारियों की ट्रांसफर-पोस्टिंग से करोड़ों रुपये की कमाई करने का गंभीर आरोप है. अवैध खनन मामलें में प्रवर्तन निदेशालय ने अभी हाल ही में पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी और उनके भतीजे भूपिंदर हनी के खिलाफ चार्जसीट दाखिल की थी।
प्रवर्तन निदेशालय ने अवैध रेत खनन को लेकर 18 जनवरी को चन्नी के भतीजे भूपिंदर सिंह हनी के घर पर छापेमारी की थी. इस दौरान ईडी को 7.9 करोड़ रुपये कैश मिला था. हनी के सहयोगी संदीप कुमार के ठिकानों से भी ईडी को 2 करोड़ रूपये कैश मिले थे. इस मामले में चार्जसीट दाखिल होने के बाद 3 और 4 फरवरी की दरमियानी रात ईडी ने भूपिंदर सिंह हनी को गिरफ्तार कर लिया. हनी इस वक्त कपूरथला जेल में बंद है।
गौरतलब है कि पंजाब में अवैधर रेत खनन का मामला 2018 में आया था. उस समय कैप्टन अमरिंदर सिंह (Capt Amarinder Singh) पंजाब के मुख्यमंत्री की कुर्सी पर थे. प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों के अनुसार इस पूरे मामले में मुख्य आरोपी कुदरतदीप सिंह ने भूपिंदर सिंह और संदीप के साथ मिलकर कई नई कंपनियां बनाई थी. ईडी से पूछताछ के दौरान इनके तार भूपिंदर हनी तक पहुंचे. जिसके बाद ईडी ने 18 जनवरी को हनी के कई ठिकानों पर ताबड़तोड़ छापेमारी की थी।