Punjab Congress Leader Asha kumari says Texting isn't Sexual Harassment: एक महिला आर्इ.ए.एस. अधिकारी ने कैबिनेट मंत्री चरनजीत सिंह चन्नी पर सैक्सुअल हैरासमेंट का आरोप लगाए जाने के बाद कांग्रेस द्वारा प्रदर्शन में भाग लेने आर्इ आशा कुमारी ने मीडिया से बातचीत में कहा किसी को मैसेज भेजना मीटू के दायरे में नहीं आता है.
नई दिल्ली. एक तरफ जहां फिल्म इंडस्ट्री से लेकर देश भर की महिलाएं मीटू कैंपेन के तहत अपने साथ हुए यौन अत्याचार के मामलों में खुल कर सामने आ रही हैं वहीं एक महिला नेता ने ही इसके लेकर शर्मनाक बयान दे डाला है. पंजाब कांग्रेस की प्रभारी व आल इंडिया कांग्रेस कमेटी की महासचिव आशा कुमारी इसके आरोपी के बचाव में आगे आईं हैं. दरअसल एक महिला आर्इ.ए.एस. अधिकारी ने कैबिनेट मंत्री चरनजीत सिंह चन्नी पर सैक्सुअल हैरासमेंट का आरोप लगाया था.
जिसके खिलाफ शुक्रवार को कांग्रेस द्वारा प्रदर्शन में भाग लेने आर्इ आशा कुमारी ने मीडिया से बातचीत में कहा किसी को मैसेज भेजना मीटू के दायरे में नहीं आता है. उन्होंने कहा कि मीटू का मतलब सैक्सुअल हैरासमेंट से है, इसको मैसेज भेजने से नहीं जोड़ा जाना चाहिए.
उन्होंने आगे कहा कि किसी कांग्रेस के पास चरनजीत सिंह चन्नी के खिलाफ कोर्ई शिकायत भी नहीं आई है और अगर शिकायत आती है तो जांच भी जरूर होगी. जब उनसे मुख्यमंत्री द्वारा शिकायत आने की बात कबूल करने के बारे में कहा गया तो आशा कुमारी ने जवाब दिया कि- मुख्यमंत्री का मामला अलग है और पार्टी अपनी जगह है. सीएम ने तो यह भी कहा है कि मामला अधिकारी की तस्सली के अनुसार खत्म करवा दिया गया है.
#MeToo में फंसे राहुल जौहरी के खिलाफ सीओए ने किया जांच कमेटी का गठन