अग्निपथ योजना: चंडीगढ़। पंजाब के सीएम भगवत मान ने केन्द्र सरकार द्वारा लाए गई अग्निपथ योजना की खुले तौर पर आलोचना की है। उन्होंने कहा है कि सरकार द्वारा अग्निपथ योजना लाना सेना का अपमान करने बराबर है और ये राज्य के नौजवानों के हित में नहीं बल्कि नुकसानदायक साबित होने वाली है। बता दें […]
चंडीगढ़। पंजाब के सीएम भगवत मान ने केन्द्र सरकार द्वारा लाए गई अग्निपथ योजना की खुले तौर पर आलोचना की है। उन्होंने कहा है कि सरकार द्वारा अग्निपथ योजना लाना सेना का अपमान करने बराबर है और ये राज्य के नौजवानों के हित में नहीं बल्कि नुकसानदायक साबित होने वाली है।
बता दें कि इस योजना के खिलाफ पंजाब में लगातार विरोध प्रर्दशन हो रहे हैं। योजना के घोषणा के बाद राज्य में तीसरे दिन के विरोध प्रर्दशन के बीच भगवत मान नें ट्वीट कर योजना को रद्द करने की मांग की है।
मान ने कहा कि हम सैनिको को किराए पर नहीं रख सकते। 21 साल के उम्र में हम इन्हें कैसे रिटायर्ड कर सकते हैं। जिसके बाद उनके पेंशन का प्रावधान भी नहीं है। सैनिक कठोर परिस्थियों में देश कि सेवा करते हैं। राजनेता तो कभी भी सेवानिवृत्त नहीं होते हैं। हमें किराये पर सेना की आवश्यकता नहीं है।
मान ने केन्द्र के इस फैसले को गैर जिम्मेदाराना बताते हुए कहा कि देश के युवा का भविष्य खतरें में है। 17 साल के उम्र में सेना में भर्ती कर रहे हैं और 21 साल के उम्र में रिटायर्ड कर देगें और इतनी कम उम्र में युवा पूर्व सैनिक कहलाने लगेगें।
अग्निपथ योजना के अन्तगर्त चुने गये युवा को अग्निवीर कहा जाएगा। चार साल की सेवा के बाद रिटायरमेंट का प्रावधान है। 25 प्रतिशत युवा को नियमित सेवा के लिए रखा जाएगा और 75 प्रतिशत युवा को सेवानिवृत्त कर दिया जायेगा। इसी बात को लेकर चोहाल के आसपासके इलाकों में युवाओं ने प्रदर्शन किया और योजना के खिलाफ नारेबाजी की। प्रदर्शनकारी युवाओं ने मीडिया को बताया कि वे कई सालों से सेना में भर्ती होने कि तैयारी कर रहे थे। इस योजना से उनके सपने टूट गए हैं। उन्होने चेतावनी दी है कि अगर योजना रद्द नही हुई तो संघर्ष और तेज करेंगे।
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