नवजोत सिंह सिद्धू का पाकिस्तान जाकर इमरान खान के शपथ ग्रहण समारोह में पाक आर्मी चीफ वाजवा से गले मिलने का मामला गर्माता जा रहा है. पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने सिद्धू की झप्पी को गलत बताते हुए कहा कि वे निजी तौर पर पाकिस्तान गए थे.
नई दिल्ली. पाकिस्तान के 22वें प्रधानमंत्री इमरान खान के शपथग्रहण समारोह में शिरकत करने पाक पहुंचे पंजाब सरकार में मंत्री और पूर्व क्रिकेटर नवजोत सिंह सिद्धू रविवार को भारत लौट आए. पाकिस्तान में इमरान खान के शपथ ग्रहण समारोह में नवजोत सिंह सिद्धू का पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा से गले मिलने पर विवाद बढ़ता जा रहा है. इस मामले पर पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने अपनी प्रतिक्रिया दी है.
पंजाब सीएम अमरिंदर सिंह ने कहा कि जहां तक शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने का सवाल है तो वह निजी तौर पर वहां गए थे और इसका हमसे कोई लेना-देना नहीं है. साथ ही नवजोत सिंह सिद्धू के पीओके के प्रेजिडेंट के पास बैठने को लेकर उन्होंने कहा कि हो सकता है कि उन्हें पता न हो कि वह कौन थे.
इमरान खान के शपथग्रहण समारोह के दौरान पीओके के राष्ट्रपति के बगल में बैठने पर सिद्धू ने कहा कि अगर आपको कहीं सम्मान से अतिथि के रूप में बुलाया जाता है, तो आपसे जहां बैठने के लिए बोला जाता है आप वहां बैठते हैं. पहले मैं कहीं और बैठा था लेकिन उन्होंने मुझे वहां बैठने के लिए कहा था. उन्होंने कहा कि अगर कोई (जनरल बाजवा) मेरे पास आता है और कहता है कि हमारी संस्कृति एक है और हम गुरु नानक देव के 550वें प्रकाश पर्व पर करतारपुर बॉर्डर खोल देंगे, तो मैं और क्या कर सकता था?
बता दें कि इमरान खान की तरफ से नवजोत सिंह सिद्धू, सुनील गावस्कर और कपिल देव को शपथ ग्रहण समारोह में पहुंचने का न्यौता मिला था. ये तीनों बतौर क्रिकेटर इमरान खान के साथी रहे हैं. शपथ ग्रहण समारोह में कपिल देव और सुनील गावस्कर तो नहीं गए लेकिन नवजोत सिंह सिद्धू गए थे. यहां वे पाक सेना प्रमुख बाजवा से गले मिले. इस घटना पर वे आलोचकों के निशाने पर हैं. बाजवा को कश्मीर में आतंवाद को बढ़ावा देने वाले शख्स के तौर पर जाना जाता है.