Pulwama Terror Attack: पुलवामा हमले के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुआई में कैबिनेट की सुरक्षा समिति की बैठक पीएओ में हुई इस बैठक में वित्त मंत्री अरुण जेटली, विदेश मंत्री सुषमा स्वराज, रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण, एनएसए अजीत डोभाल और तीनों सेनाओं के अध्यक्ष शामिल रहे.
नई दिल्ली. जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में फिदायीन आतंकी हमले के बाद नरेंद्र मोदी सरकार एक्शन में आ गई है. पाकिस्तान और आतंकवादियों को मुंहतोड़ जवाब देने के लिए शुक्रवार को पीएम आवास 7 लोक कल्याण मार्ग पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अगुआई में कैबिनेट की सुरक्षा समिति की बैठक हुई. यह मीटिंग करीब 55 मिनट चली. इस बैठक में वित्त मंत्री अरुण जेटली, गृह मंत्री राजनाथ सिंह, विदेश मंत्री सुषमा स्वराज, रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण, एनएसए अजीत डोभाल और तीनों सेनाओं के अध्यक्ष शामिल रहे.बैठक में शहीद जवानों के लिए 2 मिनट का मौन रखा गया.
बैठक के बाद अरुण जेटली ने बताया कि पाकिस्तान को कूटनीतिक तरीके से दबोचा जाएगा. पड़ोसी देश से मोस्ट फेवर्ड नेशन (एमएफएन) का दर्जा वापस लिया जाएगा. साथ ही दुनिया में भी पाक को अलग-थलग कर उसका असली चेहरा सबके सामने लाया जाएगा. जेटली ने कहा कि पुलवामा हमले के गुनाहगार किसी कीमत पर नहीं बचेंगे. आज राजनाथ सिंह श्रीनगर जाएंगे और शनिवार को वह सर्वदलीय बैठक करेंगे. पुलवामा हमले में सीआरपीएफ के 37 जवान शहीद हो गए हैं. वह पुलवामा जाकर जवानों को श्रद्धांजलि भी देंगे.
गुरुवार शाम हुए इस हमले को अंजाम जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादी आदिल अहमद डार ने 350 किलो विस्फोटकों से भरी एसयूवी सीआरपीएफ के काफिले में घुसा दी थी, जिससे दो बसों के परखच्चे उड़ गए. जिस एसयूवी से हमला हुआ, उसका कहीं अता-पता ही नहीं था. चारों ओर जवानों के चिथड़े बिखरे हुए थे.पुलवामा हमले की जांच राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी (एनआईए) करेगी और राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड्स (एनएसजी) को भी कश्मीर भेजा जाएगा. सुरक्षा एजेंसियों को शक है कि जैश सरगना मसूद अजहर का खास अब्दुल राशिद गाजी इस हमले का मास्टरमाइंड हो सकता है.
Pulwama Terror Attack: पुलवामा हमले का तरीका अफगानिस्तान, पाकिस्तान जैसा, और बदतर हो सकते हैं हालात