PSE Poll: लोकसभा 2019 चुनाव से पहले प्रियंका गांधी और कांग्रेस के लिए यह सर्वे सिरदर्द साबित हो सकता है. सर्वे में कहा गया है कि 57 प्रतिशत लोग मानते हैं कि प्रियंका गांधी के राजनीति में आने से कांग्रेस को यूपी में कोई फायदा नहीं होगा.
नई दिल्ली. लोकसभा 2019 चुनाव से पहले कांग्रेस ने प्रियंका गांधी को पूर्वी उत्तर प्रदेश के लिए कांग्रेस महासचिव नियुक्त किया है. गुरुवार को वे कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा बुलाई गई महासचिवों की बैठक में भी शामिल हुईं. लेकिन एक सर्वे में प्रियंका गांधी को लेकर चौंकाने वाले आंकड़े सामने आए हैं. इंडिया टुडे पॉलिटिकल स्टॉक एक्सचेंज (पीएसई) में 57 प्रतिशत लोगों ने माना कि प्रियंका के राजनीति में आने से कांग्रेस पार्टी का बेड़ा पार नहीं होगा.
23 जनवरी को प्रियंका गांधी को यह जिम्मेदारी सौंपी गई थी. सर्वे में सिर्फ 27 प्रतिशत वोटर्स ने माना कि प्रियंका कांग्रेस के लिए फायदेमंद साबित होंगी. हालांकि प्रियंका गांधी बेहद पॉपुलर हैं. लेकिन उनके पास कोई राजनीतिक अनुभव नहीं है. वह सिर्फ अपनी मां सोनिया गांधी और भाई राहुल गांधी के संसदीय क्षेत्र रायबरेली और अमेठी में ही चुनाव प्रचार करती आई हैं.
जब सर्वे में पूछा गया कि प्रियंका के राजनीति में आने से सबसे ज्यादा किसे नुकसान होगा तो 56 प्रतिशत लोगों ने सपा-बसपा गठबंधन का नाम लिया. वहीं 31 प्रतिशत ने इसे बीजेपी के लिए नुकसान बताया. सर्वे के मुताबिक 48 प्रतिशत लोगों का कहना है कि सपा-बसपा गठबंधन उत्तर प्रदेश में बीजेपी को नुकसान नहीं पहुंचा पाएगा. वहीं 35 प्रतिशत इसे भाजपा के लिए खतरा मानते हैं.
यह सर्वे 29 जनवरी से 6 जनवरी तक यूपी की 80 लोकसभा सीटों पर 8,442 लोगों से टेलीफोन पर बात करके तैयार किया गया है. वहीं 47 प्रतिशत जनता ने माना कि नरेंद्र मोदी सरकार अयोध्या राम मंदिर मामले पर गंभीर है. जबकि 35 प्रतिशत लोग ऐसा नहीं मानते. सर्वे में यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के लिए भी खुशखबरी है. वह अब भी अगले मुख्यमंत्री के तौर पर पहली पसंद बने हुए हैं. लेकिन सितंबर 2018 में उनकी लोकप्रियता 43 प्रतिशत से घटकर 39 प्रतिशत पर आ चुकी है. वहीं प्रधानमंत्री पद की पसंद के तौर पर राहुल गांधी अब भी नरेंद्र मोदी से कोसों पीछे हैं. मोदी की परफॉर्मेंस में भी पिछले 4 महीनों में इजाफा हुआ है.