नई दिल्ली। बीजेपी की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा के खिलाफ दिल्ली की जामा मस्जिद के बाहर विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है। जुमे की नमाज के बाद नमाजियों ने नूपुर के खिलाफ नारेबाजी भी की। प्रदर्शनकारी हाथों में पोस्टर-बैनर लिए विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। प्रदर्शनकारियों ने मांग की है कि नूपुर शर्मा को गिरफ्तार […]
नई दिल्ली। बीजेपी की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा के खिलाफ दिल्ली की जामा मस्जिद के बाहर विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है। जुमे की नमाज के बाद नमाजियों ने नूपुर के खिलाफ नारेबाजी भी की। प्रदर्शनकारी हाथों में पोस्टर-बैनर लिए विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। प्रदर्शनकारियों ने मांग की है कि नूपुर शर्मा को गिरफ्तार कर जेल भेजा जाए। एक दिन पहले दिल्ली पुलिस ने नूपुर समेत 33 लोगों के खिलाफ हीट स्पीच का मामला दर्ज किया गया है। उनके खिलाफ मुंबई में भी मामला दर्ज किया गया है। हालाँकि, दिल्ली पुलिस ने उन्हें सुरक्षा भी प्रदान की है, क्योंकि नूपुर को मौत और बलात्कार की धमकी मिल रही थी।
कनार्टक के बेलगावी में शुक्रवार को फोर्ट रोड पर एक मस्जिद के पास बिजली के तार से भाजपा की पुर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा का पुतला लटका मिला। साथ ही लोगों ने नूपुर शर्मा के खिलाफ अपना विरोध प्रदर्शन किया, लोगों ने कहा कि नुपूर शर्मा का पैगंबर पर किया गया बयान बिल्कुल भी ठीक नहीं ह। नूपूर शर्मा को जेल में होना चाहिए। फिलहाल पुलिस ने नगर निगम के साथ मिलकर नूपुर के पुतले को इसे तुरंत हटा दिया।
देशभर में हुआ प्रर्दशन
जुम्मे की नमाज के बाद दिल्ली कर्नाटक, यूपी झारखंड, कर्नाटक, बंगाल में आज सिलसिलेवार तरीके से नुपूर शर्मा और नवीन जिंदल के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया गया। इस मामले में सबसे अहम बात यह है कि जहां-जहां विरोध प्रदर्शन हुए, वहां पर किसी भी तरह से कोई आह्वान नहीं गया था। यानि की पहले से विरोध प्रदर्शन की बात नहीं की गई थी। मगर फिर भी जुम्मे की नमाज के बाद नमाजियों द्वारा विरोध प्रदर्शन किया गया। सिलसिलेवार तरीके से एक साथ ही जुम्मे की नमाज के बाद विरोध प्रदर्शन करना, कहीं ना कहीं इसके पीछे किसी ताकत का हाथ लगता है।
वहीं जानकारी मिल रही है कि प्रयागराज में इस वक्त हालात बेकाबू हैं। उग्र भीड़ द्वारा पुलिस पर जमकर पथराव किया गया। बता दें कि डीएम- एसएसपी घायल हो गए हैं। साथ ही एसपी की गाड़ी को भी काफी नुकसान पहुंचाया गया है। पुलिस ने हालात को काबू करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे हैं।
सहारनपुर में उग्र हुई भीड़
वहीं यूपी के सहारनपुर में पुलिस को भीड़ को कंट्रोल करने के लिए कार्रवाई करनी पड़ी। सहारनपुर में भीड़ इतनी उग्र हो गई थी कि पुलिस को लाठीचार्ज भी करना पड़ा। जवाब में मुस्लिम समुदाय के लोगों ने पत्थरबाजी भी की। हालांकि, अब सब कंट्रोल में है।
प्रयागराज में प्रदर्शन
प्रयागराज में जुम्मे की नमाज के बाद नमाजियों द्वारा विरोध प्रदर्शन किया गया, मगर प्रयागराज में माहौल कुछ अलग ही रहा। प्रयागराज में घरों से पुलिस पर पथराव किया गया है। वहां भी स्थिति अब कंट्रोल में है।
मुरादाबाद में नमाज के बाद नूपुर शर्मा का सिर कलम करने का पोस्टर बैनर लेकर सड़कों पर लोग उतरे हैं।
दिल्ली में प्रदर्शन
देश की राजधानी दिल्ली के जामा मस्जिद के बाहर आज शुक्रवार की जुमे की नमाज के बाद बड़ी संख्या में लोगों ने आज निलंबित भाजपा नेता नुपुर शर्मा और निष्कासित नेता नवीन जिंदल की भड़काऊ टिप्पणी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया।
इस विरोध प्रदर्शन पर जामा मस्जिद के शाही इमाम का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा है कि मस्जिद कमेटी की ओर से विरोध का कोई आह्वान नहीं किया गया था। वास्तव में कल जब लोग विरोध करने की योजना बना रहे थे तो हमने उनसे स्पष्ट रूप से कहा था कि जामा मस्जिद (समिति) की तरफ से विरोध का कोई आह्वान नहीं है।
क्या है मामला
नूपुर शर्मा ने कुछ दिन पहले एक टीवी चैनल पर लाइव डिबेट के दौरान विवादित बयान दिया था। उन्होंने कथित तौर पर पैगंबर मुहम्मद पर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। इसके बाद कई मुस्लिम संगठनों ने उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की। उनका अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विरोध हुआ था। नूपुर के विवादित बयान पर कार्रवाई करते हुए भारतीय जनता पार्टी ने उन्हें निलंबित कर दिया। कई मुस्लिम देशों ने इस मामले पर भारत सरकार से बात की और पैगंबर मोहम्मद के अपमान पर नाराजगी जताई।
27 मई को नुपुर एक नेशनल टेलीविजन न्यूज चैनल के डिबेट में पहुंचीं। बहस के दौरान उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ लोग लगातार हिंदू धर्म का मजाक उड़ा रहे हैं। अगर ऐसा है तो वह दूसरे धर्मों का मजाक भी उड़ा सकती हैं। नूपुर ने आगे इस्लामी मान्यताओं का जिक्र किया। आरोप है कि उन्होंने पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ अभद्र टिप्पणी की थी। इस बयान को कथित फैक्ट चेकर मोहम्मद जुबैर ने अपने ट्विटर अकाउंट पर शेयर किया और नूपुर पर पैगंबर मोहम्मद पर विवादित टिप्पणी करने का आरोप लगाया। इसके बाद ही नूपुर के बयान का अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विरोध शुरू हो गया था।