Priyanka Gandhi Yogi Adityanath Bus Politics: कोरोना वायरस महामारी के बीच उत्तप्रदेश में बस पॉलिटिक्स गरमा गई. खास बात है कि लॉकडाउन में मजदूरों की सहायता के लिए जब प्रियंका ने 1 हजार बसें भेजने की पेशकश की तो सीएम योगी आदित्यनाथ भी उसे नहीं ठुकरा पाए. इस बीच प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर कहा कि चाहें योगी सरकार सभी बसों पर अपने पोस्टर लगा ले लेकिन कांग्रेस का सेवाभाव न ठुकरा पाए.
नई दिल्ली. उत्तर प्रदेश के गाज़ियाबाद और नोएडा में लॉकडाउन में फंसे मजदूरों की यात्रा के लिए बसों का इंतजाम करवाकर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी मास्टरस्ट्रोक खेल गईं. प्रियंका के इस कदम को लेकर राजनीति तो खूब गरमाई लेकिन कहीं न कहीं फायदा भी उन्हें ही मिला. इस बीच कांग्रेस महासचिव ने ट्वीट में कहा कि मजदूरों के लिए बस चलाने की अनुमति लेने में तीन व्यर्थ हो गए हैं. उन्होंने कहा कि भाजपा चाहे तो इन बसों पर अपना बैनर पोस्ट लगवा ले लेकिन कांग्रेस का सेवाभाव न ठुकराए. प्रियंका गांधी ने कहा कि पिछले तीन दिनों में सड़क पर चलते हुए देशवासी दम तोड़ रहे हैं.
खास बात है कि मजदूरों की सहायता के लिए जब प्रियंका ने 1 हजार बसें भेजने की पेशकश की तो सीएम योगी आदित्यनाथ भी उसे नहीं ठुकरा पाए. दरअसल मामला मजदूरों से जुड़ा था.
अगर योगी यहां राजनीति करते तो वो उन्हें ही भारी पड़ सकती थी. इसलिए सीएम योगी ने भी कांग्रेस की बात मानकर मजदूरों के प्रति अपनी दरियादिली भी दिखा दी. इस बीच यूपी कांग्रेस और प्रदेश सरकार के बीच पत्र पत्र का खेल भी खूब चला जिससे लगातार मामला सुर्खियों में बना रहा.
उप्र सरकार ने हद कर दी है। जब राजनीतिक परहेजों को परे करते हुए त्रस्त और असहाय प्रवासी भाई बहनों को मदद करने का मौका मिला तो दुनिया भर की बाधाएँ सामने रख दिए। @myogiadityanath जी इन बसों पर आप चाहें तो भाजपा का बैनर लगा दीजिए, अपने पोस्टर बेशक लगा दीजिए लेकिन हमारे सेवा भाव..1/2 pic.twitter.com/4SW3cax2H5
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) May 19, 2020
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा की बात तो यूपी की बीजेपी सरकार ने जरूर मान ली लेकिन इस बहाने कांग्रेस को घेरने का कोई मौका नहीं छोड़ा. सूत्रों की मानें तो योगी सरकार के एक अधिकारी ने दावा करते हुए आरोप लगाया कि कांग्रेस ने जिन 1 हजार बसों की लिस्ट भेजी उसमें कई गाड़ियों के नम्बर ऑटो और कारों के हैं. वहीं भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने तो इसे कांग्रेस का बस घोटाला करार कर दिया.
यूपी में मजदूरों की यात्रा के लिए बसों को लेकर हुई राजनीति से इतना तो साफ हो गया कि कहीं न कहीं यूपी प्रभारी प्रियंका गांधी यूपी विधानसभा चुनाव 2022 की तैयारियों में अभी से जुट गईं हैं और अगर उनका ये मास्टरस्ट्रोक कामयाब रहा तो इसका प्रभाव सत्ताधारी भाजपा समेत मायावती की बसपा और अखिलेश यादव की सपा जैसी स्थानीय पार्टियों पर भी पड़ सकता है. साथ ही कांग्रेस कार्यकर्ताओं में जो जोश आएगा वो अलग.
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