Priyanka Gandhi Congress General Secretary: यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गांधी और राहुल गांधी की बहन प्रियंका गांधी वाड्रा को कांग्रेस महासचिव बनाया गया है. साथ ही पूर्वी यूपी का कार्यभार भी सौंपा गया है.
नई दिल्ली. लोकसभा 2019 चुनाव से पहले कांग्रेस ने सबसे बड़ा दांव खेला है. यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गांधी की बेटी और राहुल गांधी की बहन प्रियंका गांधी की राजनीति में आधिकारिक एंट्री हो गई है. उन्हें कांग्रेस का महासचिव नियुक्त किया गया है और पूर्वी उत्तर प्रदेश का प्रभार सौंपा गया है. मीडिया रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि वह फरवरी में कार्यभार संभालेंगी. वहीं पार्टी नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया को पश्चिमी उत्तर प्रदेश की कमान सौंपी गई है. अब तक यूपी की बागडोर गुलाम नबी आजाद के पास थी, जिन्हें हरियाणा का महासचिव बनाया गया है.
इससे पहले कई बार कांग्रेस कार्यकर्ता पार्टी आलाकमान से प्रियंका गांधी को राजनीति में उतारने की मांग करते रहे हैं. कई बार उन्हें लाने के लिए पोस्टर भी लगाए गए हैं. अब तक प्रियंका यूपी के रायबरेली और अमेठी में कांग्रेस की ओर से प्रचार करती दिखाई देती थीं. लेकिन अब पूरे पूर्वी यूपी कांग्रेस यूपी में सपा-बसपा के गठबंधन में कांग्रेस को शामिल नहीं किया गया है. लेकिन अमेठी और रायबरेली की सीट कांग्रेस के लिए छोड़ी गई हैं. यहां सपा-बसपा अपना उम्मीदवार खड़ा नहीं करेगी. ऐसे में कांग्रेस के लिए अपने दम पर सीटें ला पाना कठिन है. इसी को देखते हुए कांग्रेस ने प्रियंका गांधी को राजनीति में उतारा है.
बीजेपी इस बार यूपी में 74 सीट लाने का दावा कर रही है. ऐसे में कांग्रेस को यूपी में एक पॉपुलर चेहरे की जरूरत थी, जो उसे मजबूती दे सके. लोकसभा चुनाव से पहले प्रियंका गांधी को राजनीति में उतारना राहुल गांधी के मास्टर स्ट्रोक के तौर पर देखा जा रहा है. वहीं पीएम नरेंद्र मोदी और बीजेपी चीफ अमित शाह के लिए यूपी में इसे चुनौती के तौर पर देखा जा रहा है. कांग्रेस ने इस बार यूपी में दोनों युवा नेताओं पर भरोसा किया है. प्रियंका गांधी को पूर्वी यूपी और सिंधिया को पश्चिमी यूपी इसका सबूत है. सिंधिया ने मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में राहुल गांधी का बखूबी साथ निभाया था.
INC COMMUNIQUE
Appointment of General Secretaries for All India Congress Committee. pic.twitter.com/zHENwt6Ckh
— INC Sandesh (@INCSandesh) January 23, 2019